अयोध्या : अब बंद होगी सफाईकर्मियों की चाकरी, हड़कंप
अयोध्या कार्यालय, अमृत विचार। सरकारी कार्यालयों में संबद्ध सफाई कर्मचारी जल्द हटेंगे। उन्हें अब तैनाती वाले ग्राम सचिवालयों में आनलाइन हाजिरी लगानी होगी। ऐसे में उन्हें हर दिन पंचायत भवन जाना पड़ेगा। ऐसा न करने वाले सफाईकर्मी अनुपस्थित माने जाएंगे। शासन के इस फैसले से सफाईकर्मियों की मनमानी पर काफी हद तक अंकुश लग जाएगा।
प्रदेश सरकार ने 15 सितंबर से ग्राम पंचायतों में तैनात सभी सफाईकर्मियों की आनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी के पास इसका आदेश पहुंच गया है। शासन के इस आदेश के बाद सफाईकर्मियों के साथ ही अधिकारियों में भी खलबली मची है। शासनादेश में उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायतों में तैनात किए गए सभी सफाई कर्मचारी अपने-अपने तैनाती वाले गांवों के पंचायत सचिवालयों में उपस्थित होकर एप के माध्यम से हाजिरी लगाएंगे। जिससे उपस्थिति के साथ ही सफाई कर्मचारियों की लोकेशन भी एप में नजर आएगी। इस व्यवस्था के लागू होने से शासन में बैठे अफसर गांवों में तैनात सफाई कर्मचारियों की मानीटरिंग कर सकेंगे।
सैकड़ों सफाई कर्मी हैं साहबों की चाकरी में
जिले में 1200 से अधिक सफाई कर्मी तैनात हैं। जिसमें करीब 497 सफाईकर्मी सरकारी कार्यालयों में तैनात हैं। इन सफाई कर्मियों ने जुगाड़ से कलक्ट्रेट, विकास भवन समेत अन्य सरकारी कार्यालयों और अफसरों के यहां अपनी संबद्धता करा ली है। हालांकि अभी हाल ही में दो सौ सफाई कर्मियों का तबादला भी किया गया लेकिन किसी ने कार्यभार नहीं ग्रहण किया। डीएम कार्यालय, सदर तहसील, कमिश्नरी, सभी विकास खंडों व तहसीलों में भी सफाईकर्मी संबंद्ध किए गए हैं।
वर्जन
सफाईकर्मियों की सरकारी दफ्तरों से सम्बद्धता समाप्त की जा रही है। आदेश मिला है और 15 सितम्बर तक पूरा अनुपालन कर दिया जायेगा। सफाई कर्मियों की आनलाइन हाजिरी ग्राम सचिवालय में लगेगी, व्यवस्था बनाई जा रही है।
- दीपक कुमार, जिला समन्वयक, पंचायती राज विभाग, अयोध्या
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