खटीमा: उत्तराखण्ड की जनता इन वीरों की आजन्म ऋणी रहेगी - धामी
खटीमा, अमृत विचार। राज्य आंदोलन में अग्रणी खटीमा गोलीकांड की बरसी शहादत दिवस पर सात शहीदों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भटट समेत अनेक प्रमुख लोगों ने शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि दिी। इस दौरान शहीदों की प्रतिमाओं का भी अनावरण किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भावी पीढ़ी सर्वाेच्च बलिदान देने वालों का याद करें। शहीदों तथा राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य के चहुंमुखी विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया और 80 से अधिक नकल माफिया अब तक जेल जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहादत दिवस पर पर खटीमा में मुख्य चौराहे के पास स्थित शहीद स्थल पहुंचकर शहीद भगवान ंिसंह, प्रताप सिंह, धर्मानंद भटट, गोपी चंद, परमजीत सिंह, सलीम, रामपाल को श्ऱद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने शहीदों की मूर्तियों का अनावरण किया और शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज का दिन प्रसन्न होने का दिन नहीं है, क्योंकि आज हम उत्तराखंड की नींव रखने वाले उन महान लोगों को याद कर रहे हैं जिन्होंने उत्तराखंड निर्माण के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। शहीद आंदोलनकारियों ने बहनों की राखियों, मां की ममता को छोड़कर राज्य निर्माण में सर्वाेच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि हमारे बेहतर भविष्य के लिये इन हुतात्माओं ने अपना वर्तमान और भविष्य दोनों कुर्बान कर दिए। उत्तराखण्ड की जनता इन वीरों की आजन्म ऋणी रहेगी।
जिनकी शहादत के परिणाम स्वरुप हमारे इस राज्य का गठन हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें यह याद करने की आवश्यकता है कि आखिर क्यों इन महान लोगों ने राज्य निर्माण के लिए स्वयं का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि इन महान लोगों ने स्वयं का बलिदान इसीलिए दिया कि उन्हें लगता था कि उत्तराखंड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थाे में उनके सपनों को पूरा कर सकता है। उन्होंने कहा कि स्वयं एक आंदोलनकारी होने के नाते आंदोलनकारियों के परिवार की पीड़ा समझ सकता हूं। खटीमा गोलीकांड को याद कर आज भी खटीमा वासियों सहित पूरे उत्तरखण्ड के लोगों का दिल सहम जाता है।
उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के लिए सबसे पहली शहादत खटीमा की धरती पर दी गई थी और इस शहादत के फलस्वरूप हम पृथक राज्य के रूप में अपनी अलग पहचान बना पाएं हैं, जो खटीमा के लोगों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नई कार्य संस्कृति को लागू किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोनाकाल में 120 से ज्यादा देशों को स्वदेशी वैक्सीन देने का काम किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया की देश के प्रति श्रद्धा पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अब चन्दा मामा दूर के नहीं रह गए हैं। इस बार धरती मां की तरफ से चन्दा मामा को राखि भेजी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नई कार्य संस्कृति को लागू किया है। मेरा एक-एक पल, एक-एक क्षण राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए है।
हम देवभूमि के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों के अध्ययन के पश्चात देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया और 80 से अधिक नकल माफिया अब तक जेल जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिसमे योग्यता, प्रतिभा और क्षमता होगी, उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि नकल माफियाओं पर 10 साल सजा और सारी संपत्ति जब्त करने का प्रावधान किया गया है साथ ही अभ्यर्थियों के डिबार का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए दिन रात काम कर रही है। हमने राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने के साथ ही 10 प्रतिशत आरक्षण देने की दिशा में कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारी भाइयो-बहनो के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2025 तक हमारा राज्य, देश का अग्रणीय राज्य होगा, इसके लिए हम सभी को विकास की इस यात्रा में मिलकर चलना होगा। इस दौरान केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सभी शहीदों एवं आन्दोलन कारियों को नमन करते हुए कहा कि शहीद व्यक्ति परिवार का नही बल्कि राज्य एवं देश की अनमोल धरोहर हैं। संचालन नंदन सिंह खड़ायत, अमित पांडेय ने किया।
कार्यक्रम में नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा, महिला आयोग की उपाध्यक्ष सायरा बानो, पूर्व विधायक डॉ.प्रेम सिंह राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, मण्डी अध्यक्ष नन्दन सिंह खड़ायत, रमेश जोशी उर्फ रामू भाई, संतोष अग्रवाल, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, उप जिलाधिकारी रवीन्द्र सिंह बिष्ट, तुषार सैनी, शिव शंकर भाटिया, हिमांशु बिष्ट, कुशल सिंह कन्याल, जीवन धामी, भवानी भंडारी, देवेंद्र चंद, नवीन बोरा, रमेश चंद्र जोशी, संतोष अग्रवाल, राहुल सक्सेना, जानकी गोस्वामी, धाना भंडारी, रेनू भंडारी, एडवोकेट हरीश जोशी, भैरव दत्त पांडेय, चंचल सिंह खोलिया, राज्य सहकारी बैंेक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, पूरन चंद्र जोशी, मोहिनी पोखरिया, संतोष गौरव, भगवान जोशी, रमेश चंद्र जोशी रामू, पूरन बिष्ट, नवीन भटट, दिनेश गुरूरानी, दिगंबर सती, उमेश पंत, कमला जोशी, प्रेम सिंह रावत, नरेश चंद, जगत मनौला, भाष्कर चिल्कोटी समेत खासी तादात में लोग मौजूद रहे।
