Banda News: भूमि अधिग्रहण के विरोध में फिर फूटे किसानों के स्वर, कलेक्ट्रेट में किया विरोध प्रदर्शन
बांदा में कलेक्ट्रेट में किसानों ने प्रदर्शन किया।
बांदा में भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों के स्वर फिर फूटे। इस पर किसानों ने कलेक्ट्रेट मंं विरोध प्रदर्शन किया।
बांदा, अमृत विचार। सरकार विकास के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहण करना चाहती है, लेकिन किसान इसके लिए कतई राजी नहीं हैं। उनका कहना है कि उनकी जमीन दो फसली है और खेती करके ही वे अपने बच्चे पाल रहे हैं। जमीन हाथ से निकल गई तो उनका और बच्चों का भविष्य चौपट हो जाएगा। जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे जारी गांव के ग्रामीणों ने सोमवार कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
भूमि अधिग्रहण का विरोध करने कलेक्ट्रेट आए किसानों ने बताया कि उनके गांव की तकरीबन 600 बीघा जमीन को इंडस्ट्री लगाने को अधिग्रहित किया जा रहा है। उनका कहना है सरकार की इस कार्रवाई से बहुत से किसान भूमिहीन हो जाएंगे। किसानों ने यह भी बताया कि पूरी जमीन पर 17 प्राइवेट ट्यूबवेल है जिसमें से दो सरकारी है। एक नहर भी निकली हुई है।
भूमि अधिग्रहण हो जाने से किसान पूरी तरह से टूट जाएगा और उनका जीवनयापन मुश्किल हो जाएगा। इसलिये सरकार को ऐसी जगह भूमि अधिग्रहण करना चाहिए जहां की जमीन बंजर हो । उस जमीन को अधिग्रहण करने से किसानों का नुकसान न पहुंचे।
सोमवार को करीब आधा सैकड़ा किसानों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई। इस मौके पर ग्राम प्रधान रामकिशन, पूर्व प्रधान सुरेश पाठक, देवकीनंदन पाठक, जितेंद्र सिंह, राकेश सिंह, सुशील, अमर, रामभवन, शिव विजय सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे।