पंतनगर: पशुओं में थनैला रोग का प्रबंधन जरूरी : डॉ. ल्यूक
पंतनगर, अमृत विचार। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय स्थित पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय में प्लेसमेंट एवं परामर्श सेल की ओर से दुधारू पशुओं में 150 प्रोटोकॉल की महत्ता पर संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें विरवैक एनीमल हेल्थ लिमिटेड फ्रांस के ग्लोबल तकनीकी प्रबंधक और मसटाईटिस बोर्ड ऑफ अमेरिका के डॉ. ल्यूक डूरेल ने गर्भित पशुओं का प्रसवकाल पूरा होने के बाद विभिन्न बीमारियों के बचाव सहित थनैला रोग के प्रबंधन को आवश्यक बताया।
डॉ. ल्यूक ने कहा कि 150 प्रोटोकॉल का लक्ष्य पूरा करने के लिए संतुलित आहार व्यवस्था, पशुशाला में रखरखाव वैज्ञानिक तरीके से किया जाना आवश्यक है। डॉ. ल्यूक ने महाविद्यालय के विभिन्न विभागों और डेरी फार्म का भ्रमण कर वहां देशी प्रजाति की साहीवाल और बद्री गायों के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
डीन वेटरिनरी डॉ. एसपी सिंह ने संगोष्ठी के विषय की महत्ता से अवगत कराया। वरिष्ठ तकनीकी प्रबंधक विरवैक डॉ. रणवीर यादव ने विभिन्न औषधियों और उनकी उपयोगिता की जानकारी दी। छात्रा जयश्री के संचालन में हुए कार्यक्रम में प्लेसमेंट सेल के परामर्शदाता डॉ. राजीव रंजन कुमार, डॉ. रणवीर यादव, डॉ. एससी त्रिपाठी, डॉ. मंजुल कांडपाल, डॉ. प्रभाकरण, डॉ. निधि अरोरा, डॉ. सुनील कुमार व डॉ. सतीश सहित करीब 100 छात्रों ने प्रतिभाग किया।
