बरेली: समय पूरा फिर भी कार्रवाई के डर से लगा रहे शिविर
जिले की तीन सौ ग्राम पंचायतों में आयोजित जागरूकता शिविरों में गोलमाल का मामला बरेली
बरेली, अमृत विचार: ग्रामीण इलाकों में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए शासन ने 15 अगस्त तक जागरूकता शिविर लगाने के निर्देश थे। मगर, ज्यादातर जगहों पर आयोजक टेंट और फ्लैक्स लगाकर खानापूरी कर रहे थे। कई ग्राम पंचायतों में बिना शिविर लगाए भुगतान किए जाने की चर्चा थी।
आयोजकों ने जवाबदेही से बचने और कार्रवाई के डर से मियाद पूरी होने पर भी बुधवार को ग्राम पंचायतों में शिविर लगाए। गुरुवार को भी कुछ ग्राम पंचायतों में शिविर लगाए जाने की बात कही जा रही है। दो दिन पहले अमृत विचार ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिले की तीन सौ ग्राम पंचायतों में अमृत महोत्सव- 2 के तहत 15 अगस्त तक बीसी सखियों (स्वयं सहायता समूह) को शिविर आयोजित करने का आदेश था।
हर शिविर के लिए 16,300 रुपये का बजट दिया गया, लेकिन इस बजट का ज्यादातर हिस्सा शिविर आयोजित करने वालों की ही जेब में जा रहा था। बिथरी, भुता, नवाबगंज, फरीदपुर समेत कई ब्लॉकों की तमाम ग्राम पंचायतों में लगे शिविरों में कहीं एलसीडी प्रोजेक्टर या जलपान का इंतजाम नहीं किया गया था।
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