भारत ने चीनी मीडिया को मनगढंत रिपोर्टिंग से बचने को कहा

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नई दिल्ली। भारत ने चीनी मीडिया संस्थानों की ओर से विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है और उनसे मनगढ़ंत रिपोर्टिंग से बचने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “ हमने चीनी सरकारी मीडिया खासकर चाइना डेली और …

नई दिल्ली। भारत ने चीनी मीडिया संस्थानों की ओर से विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है और उनसे मनगढ़ंत रिपोर्टिंग से बचने का आग्रह किया है।

विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “ हमने चीनी सरकारी मीडिया खासकर चाइना डेली और हुआन्ची शिबाओ (ग्लोबल टाइम्स) में प्रकाशित रिपोर्टों को देखा है जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के हवाले से कुछ टिप्पणियां की गयी हैं। ये रिपोर्टें पूरी तरह से झूठी और तथ्यों से परे हैं।”

बयान में कहा गया, “हम मीडिया से ऐसी मनगढ़ंत रिपोर्टिंग से बचने का आग्रह करते हैं।” चीन की जनमुक्ति सेना ने कल रात दावा किया था कि भारतीय सैनिकों ने पेंगांग झील के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करके हवा में गोलियां चलायीं।

भारतीय सेना ने यहां एक बयान जारी करके कहा कि चीनी जनमुक्ति सेना द्विपक्षीय समझौतों का खुला उल्लंंघन कर रही है। चीन सरकार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर उसके सैनिकों की भड़काऊ गतिविधियों को छिपाने के लिए गुमराह करने वाले बयान दे रही है जबकि भारतीय सैनिकों ने कभी भी वास्तविक नियंत्रण रेखा के अतिक्रमण की कोशिश नहीं की है।

बयान में कहा गया है कि भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने और स्थिति सामान्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन चीन निरंतर उकसाने वाली गतिविधियों में लिप्त है। बयान में जोर देकर कहा गया है कि भारतीय सेना ने कभी भी एलएसी का अतिक्रमण करने की कोशिश नहीं की और न ही कभी फायरिंग सहित कोई उकसाने वाली कार्रवाई की है।

बयान में कहा गया कि सेना सीमा पर शांति तथा स्थिरता बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन वह राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता के लिए किसी कीमत पर समझौता नहीं करेगी।

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