अयोध्या: दुधवा नेशनल पार्क में मारे गए बाघों से जोड़ा जा रहा तस्करी का मामला
देहरादून स्थित वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया में मिले अवशेषों का होगा परीक्षण, चार आरोपी गिरफ्तार
अयोध्या, अमृत विचार। लखीमपुर खीरी स्थित दुधवा नेशनल पार्क में बाघों के मारे जाने के बाद से तस्करों की तलाश की जा रही थी। इसी बीच बुधवार को अयोध्या और गोंडा में छापेमारी करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। तस्करों से मिले अवशेषों को अब वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून में परीक्षण के लिए भेजा जाएगा।
बीते दिनों दुधवा नेशनल पार्क में चार बाघ के मारे जाने के बाद सीतापुर, गोंडा सहित अन्य जनपदों में गिरोह की तलाश की जा रही थी। बीते कुछ दिन पहले गोंडा में तस्करों के होने की सूचना पर कार्रवाई शुरू हुई, जिसके तार अयोध्या में भी मिले। इस आधार पर कोतवाली के महज 200 मीटर दूर स्थित एक पूजा सामग्री विक्रेता के पास से छापेमारी में जंगली जीवों व जलीय जीवों के अवशेष प्राप्त हुए।
छापेमारी में बाघ के 20 छोटे और 20 बड़े दांत मिले हैं। इसके साथ चीते और जैकाल के नाखून, 106 पीस शियार सिंगी, 140 पीस जलीय इंद्रजाल, हत्था जोड़ी पाए गए हैं। तीन मोबाइल व 2550 रुपये भी अभियुक्तों के पास से बरामद किया गया है। अयोध्या और गोंडा में छापेमारी के दौरान बृजेश केशरवानी, दयाराम दुबे व संजय कुमार निवासी तरबगंज गोंडा को पकड़ा गया। देर रात्रि एक और अभियुक्त गोंडा से गिरफ्तार किया गया है, जिसके खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है।
अयोध्या से आगे जाकर बेचने की फिराक में थे
प्रभागीय वनाधिकारी सीतांशु पांडेय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद किए गए वन्यजीवों के अवशेष महंगे दामों में बेचे जाते हैं। वन्य जीवों के अवशेषों को बेचते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए लोगों के पास से बाघ के दांत मिले हैं। चीते और जैकाल के भी नाखून मिले हैं। अभी इस मामले पर छानबीन जारी है और पकड़े गए लोगों की निशानदेही पर आगे भी कार्रवाई की जा रही है। वन्य जीवों के अंगों की तस्करी करने वाला गिरोह गोंडा से अयोध्या आया था। अयोध्या से कहीं आगे जाकर वन्य जीवों के अंगों को बेचना चाहते थे।
ये भी पढ़ें -यूपी के सभी जिलों में 14 अगस्त को मनाया जायेगा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’
