रामपुर : तस्करों ने काटी बेशकीमती लकड़ी, रेंजर बोले- 'पीपली वन बहुत बड़ा इतने तो कर्मचारी भी नहीं...'
रामपुर/स्वार, अमृत विचार। रविवार को एक बार फिर वन तस्कर पीपली वन से बेशकीमती लकड़ी काट कर स्कार्पियों मे भर कर ले गए। वन विभाग कर्मियों ने पीछा करने का प्रयास लेकिन वन तस्करों ने फायरिंग शुरूकर दी। बाद में तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गए। कर्मचारियों ने गदरपुर में कार्रवाई को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। वहीं वन रेंजर ने कहा, वन में छोटा मोटा कटान तो रोज चलता रहता है। जिसे रोक पाना संभव नहीं है
तहसील क्षेत्र के मिलक खानम स्थित पीपली वन सम्पदा की सुरक्षा करने में वन विभाग नाकाम साबित हो रहा है। तस्कर लगातार विभाग पर हावी होते जा रहे हैं। वन कर्मचारियों की साठगांठ से बेशकीमती लकड़ी का कटान कर तस्करी कर रहे हैं। पीपली वन पर तस्करों ने अपना कब्जा जमा रखा है।
दो सप्ताह पूर्व वन तस्कर वन रेंजर आवास से 50 मीटर की दूरी पर वर्षों पुराने खड़े लाखों रुपये के खैर के पेड़ों का कटान कर ले गये थे, लेकिन रेंजर को भनक तक नहीं लगी थी। रविवार को भी तस्कर पीपली वन से खैर के पेड़ों का कटान कर स्कार्पियों मे लाद कर ले जाने का प्रयास कर रहे थे। सूचना पर वन रेंजर मुजाहिद हुसैन ने वन कर्मियों को साथ लेकर वन तस्करों के वाहन का पीछा किया।
इस पर वन तस्कर उत्तराखंड की सीमा मे घुसकर फायरिंग करते हुए वाहन को छोड़कर फरार हो गए थे। वन विभाग ने लकड़ी व वाहन को अपने कब्जे में ले लिया है। वन तस्करों को चिन्हित कर तहरीर उत्तराखंड के गदरपुर पुलिस को दी थी। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। वन रेंजर मुजाहिद हुसैन ने बताया कि पीपली वन बहुत बड़ा है इतने तो वन में कर्मचारी भी नहीं है। वन मे छोटा मोटा कटान तो रोज चलता रहता है। जिसे रोक पाना संभव नहीं है।
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