रामपुर: घर के दरवाजे पर बैठी महिला के ऊपर गिरी दीवार, मलबे में दबकर मौत

Amrit Vichar Network
Published By Moazzam Beg
On

रामपुर/शाहबाद, अमृत विचार। रविवार को दोपहर के समय घर के दरवाजे पर बैठी महिला के ऊपर अचानक दीवार और चौखट किवाड़ों सहित भर-भराकर गिर पड़ी। जिसके मलबे में दबकर महिला की मौत हो गई। महिला की मौत होने से घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 

 ढकिया चौकी क्षेत्र के पस्तोर गांव निवासी बाबूराम मौर्या की चालीस वर्षीय पत्नी सोमवती रोजाना की तरह रविवार दोपहर को गर्मी लगने के कारण अपने घर के दरवाजे पर बैठी थी।  अचानक दरवाजे की पक्की दीवार और उसमें लगी चौखट किवाड़ों सहित भर-भराकर गिर पड़ी। इस दीवार के मलबे में दरवाजे पर बैठी सोमवती दब गई। 

सोमवती के ऊपर चैाखट किवाड़ सहित दीवार के गिरते ही उनके सामने ही कुछ दूरी पर बैठे उनके पति बाबूराम मौर्या और अन्य पड़ोसी दौड़ पड़े। सभी ने आनन-फानन में चैाखट किवाड़ और पक्की दीवार की ईंटों को हटाकर सोमवती को मलबे से बाहर निकाला। लेकिन जब तक सोमवती को मलबे से बाहर निकाला वह बुरी तरह से घायल हो चुकी थी। परिजन गंभीर रूप से घायल सोमवती को उपचार के लिए चंदौसी ले गए। उपचार मिलने के कुछ ही देर बाद सोमवती की मौत हो गई। 

महिला की चंदौसी अस्पताल में मौत होने की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजन जब तक शव को लेकर चंदौसी से अपने घर पस्तोर गांव पहुंचे तब तक किसी ने फोन करके एसडीएम को दीवार के मलबे में दबकर महिला की मौत हो जाने की खबर दे दी। महिला की मौत की खबर सुनकर उपजिलाधिकारी सुनील कुमार भी मौके पर पहुंचे। परिजनों को ढांढस बंधाते हुए सरकारी आर्थिक सहायता राशि दिलाने का परिजनों को आश्वासन दिया। इस दौरान ढकिया चैाकी पुलिस भी मौके पर जा पहुंची और शव का पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। 

बेटा न होने का गम है बाबूराम को 
 पस्तोर गांव में दीवार के मलबे में दबकर काल के गाल में समाई सोमवती के कोई बेटा नहीं है। उसने चार बेटियों को जन्म दिया। जिनमें से बड़ी लड़की कुसुम की शादी हो चुकी है। जबकि नीरज, संजू और आशा अभी कुंवारी है।पत्नी की मौत के बाद गमजदा बैठे बाबूराम मौर्या का कहना था कि मैं तो खेती बाड़ी करने चला जाता था। बेटियों के साथ मेरी पत्नी सभी काम करती थी। मेरे बेटा है नहीं अब इन चार मेरी बेटियों को मेरे कहीं जाने पर इनका ध्यान कौन रखेगा। उसका और बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है।

हादसे के बाद मौके पर मची-चीख पुकार
दरवाजे पर बैठी महिला पर अचानक से चौखट और किवाड़ गिर जाने के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। सूचना मिलने के बाद लोग मौके पर दौड़ पड़े। किसी तरह से महिला को मलबे से बाहर निकला,इस दौरान काफी देर तक लोगों की भीड़ एकत्र रही। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

ये भी पढे़ं- रामपुर: ससुरालियों ने दामाद को खिलाया जहर, अस्पताल ले जाते समय मौत

 

संबंधित समाचार