लखनऊ : यूपी के हजारों स्वास्थ्यकर्मियों का नहीं है स्वास्थ्य बीमा, इलाज के लिए लगाते हैं चंदा
लखनऊ, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में संविदा पर पूरे प्रदेश में करीब एक लाख 25 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन इनमें से किसी भी कर्मचारी का स्वास्थ्य बीमा अभी तक नहीं हो सका है। जबकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीमा न होने से कर्मचारियों को इलाज कराने में आर्थिंक तंगी का सामना करना पड़ता है।
मान सिंह चाहर #CHO आगरा जी का दुर्घटना होने से ICU में जीवन की लड़ाई लड़ रहे है इनके इलाज के लिए सभी कृपया सहयोग करे।
— संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उ.प. (@NhmUPEmployee) August 4, 2023
२०१८ से बीमा विभाग की लापरवाही के कारण लागू नहीं हुआ है वरना आज पैसे इक्कठा करने की जरूरत न पड़ती @Sen2Partha @brajeshpathakup @nhm_up @BJP4UP @NavbharatTimes pic.twitter.com/Bmhkljl8IA
दरअसल, एनएचएम की तरफ स्वास्थ्यकर्मियों का बीमा करने के लिए करीब 80 करोंड़ का बजट साल 2021 में जारी कर दिया गया था, लेकिन बीमा कंपनी का चयन न हो पाने के कारण अभी तक स्वास्थ्यकर्मियों का बीमा नहीं हो सका है। मिली जानकारी के मुताबिक करीब 100 कर्मी अभी तक अलग-अलग दुर्घटना में घायल हो चुके हैं। जिनके इलाज में हर बार आर्थिक तंगी बाधा बनी है। बीते सोमवार को आगरा में कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (CHO) के पद पर काम कर रहे मान सिंह एक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गये थे। वह अभी आईसीयू में भर्ती हैं। इलाज के लिए उनके पास पैसे न होने की बात बताई जा रही है। इसके लिए संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने एनएचएम के तहत काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों से मान सिंह के इलाज में सहयोग करने की अपील जारी की है।
संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ की तरफ से बताया गया है कि स्वास्थ्यकर्मियों के इलाज में अक्सर आर्थिक तंगी बाधा बनती है। यदि कोई कर्मचारी सड़क दुर्घटना में घायल होता है तो उसके इलाज के लिए साथी कर्मी ही मदद करते हैं।
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