बरेली: लंपी वायरस को लेकर फिर सतर्क हुआ पशुपालन विभाग, ऐसे करें पहचान
फाइल फोटो
बरेली, अमृत विचार। नेपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ गया है। इसको लेकर पशुपालन विभाग एक बार फिर सक्रिय हो गया है। पशु चिकित्सक पशु पालकों को सतर्क रहने और पशुओं का टीकाकरण कराने की सलाह दे रहे हैं।
नेपाल में लंपी वायरस की चपेट में आकर सैकड़ों पशुओं की मौत हो चुकी है। वहीं, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, देवरिया आदि स्थानों पर भी इसका प्रकोप है। वर्ष 2022 में जिले में भी बड़ी संख्या में पशु इस बीमारी की चपेट में आए थे। अफसरों के अनुसार जिले में अभी इस वायरस से प्रभावित कोई मामला सामने नहीं आया है, मगर पशु पालकों को जागरूक किया जा रहा है। जिले में करीब नौ लाख पशु हैं।
लंपी वायरस की ऐसे करें पहचान
सीवीओ डाॅ. मेघश्याम ने बताया कि लंपी खतरनाक वायरस है, जो गाय-भैंसों में होता है। इसमें संक्रमित पशुओं को तेज बुखार आने के साथ ही भूख कम हो जाती है। चेहरे, गर्दन, पलकों समेत पूरे शरीर में गोल उभरी हुई गांठें बन जाती हैं। पैरों में सूजन, लंगड़ापन आ जाता है। दूध देने की क्षमता कम हो जाती है। कई बार पशुओं की मौत भी हो जाती है। यह वायरस मच्छरों और मक्खियों जैसे खून चूसने वाले कीड़ों, दूषित पानी, लार और चारे के माध्यम से फैलता है।
वैक्सीन की नहीं कोई कमी
जिले में अब तक करीब दो लाख पशुओं के लंपी वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इस संबंध में विभागीय टीम को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। बीमारी से बचाव के लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है---डाॅ. ललित कुमार वर्मा, अपर निदेशक।
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