मुरादाबाद : स्वामी प्रसाद मौर्य के मुद्दे पर अपनी स्थिति साफ करें अखिलेश, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सपा-बसपा पर कसा तंज

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Published By Bhawna
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आशुतोष मिश्र,अमृत विचार। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को कुंठित बताते हैं। देश में मठ मंदिरों के सर्वे पर मौर्य के विचार की आलोचना करते हैं। कहते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य की बातों को अब कोई गंभीरता से नहीं लेता। वह लंबे समय से हिंदू धर्म और हमारी आस्था पर अनावश्यक टिप्पणी करते आ रहे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव को उनके मुद्दे पर अपना स्टैंड जनता के सामने रखना चाहिए।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से बातचीत

  • बोले, मौर्य हमारी आस्था पर कर रहे हैं अनावश्यक टिप्पणी
  • सपा- बसपा की बातें बेमतलब मणिपुर पर कांग्रेस क्यों नहीं देती जवाब?
  • इनके पास जनता को बताने के सिए कोई विषय नहीं

रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम में हिस्सा लेने यहां आए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने अमृत विचार से बातचीत में समाजवादी पार्टी और बसपा को निशाने पर रखा। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को फोटो सेशन का मंच ठहराया। बोले, देश को इनके गठबंधनों का पुराना अनुभव याद है। सपा, बसपा के पास जनता को बताने का कोई विषय ही नहीं है, इसलिए दोनों दलों के जिम्मेदार तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। चौधरी कहते हैं कि जिला स्तर पर संगठन में बदलाव की तैयारी है, इसके लिए विचार-विमर्श जारी है। जल्द ही संगठन में जिले स्तर के बदलाव की जानकारी सामने आ जाएगी।

वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों से जनता प्रसन्न है। मिशन 2024 के मद्देनजर विभिन्न दलों के हमारे साथ आने का सिलसिला जारी है। हम दिल खोलकर ऐसे लोगों का स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने मणिपुर के सवाल को इत्मीनान के साथ समझाने का प्रयास किया। कहा, केंद्र सरकार लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर बहस को तैयार है। जबकि, विपक्ष संसद की कार्रवाई में प्रत्येक दिन अवरोध उत्पन्न कर रहा है। हमारी सरकार संवेदनशील है। 

 सवालों के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। कहा कि कांग्रेस की मुखिया सोनिया गांधी को 30 साल पुराने मणिपुर प्रकरण की भी चर्चा करनी चाहिए। अब वहां लंबे समय से शांति है। मणिपुर के मुद्दे पर राजनीति की रोटी सेंकने वाले दिन में सपने देख रहे हैं। जबकि जनता किसी के बहकावे में नहीं आने वाली है।

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