Kannauj News : प्रसव के दौरान निजी अस्पताल में महिला की मौत, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर किया हंगामा

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कन्नौज में प्रसव के दौरान निजी अस्पताल में महिला की मौत।

कन्नौज में प्रसव के दौरान निजी अस्पताल में महिला की मौत हो गई। इस पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर शव रखकर हंगामा किया। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को शांत कराया।

कन्नौज, अमृत विचार। ऑपरेशन के बाद इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिजनों समेत ग्रामीणों ने शव को अस्पताल गेट पर रखकर गलत ऑपरेशन करने का आरोप लगाते हुए संचालक समेत कर्मचारियों को बंधक बनाकर हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी होते ही एसडीएम, तहसीलदार समेत कई थानों की पुलिस पहुंच गई। पति की तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

खड़नी चौकी क्षेत्र के ब्राहिमपुर गांव निवासी कंचन (24) पत्नी विकास शाक्य ने 21 जुलाई को कस्बा में स्थित जे.सी. हॉस्पिटल में ऑपरेशन से बच्चे को जन्म दिया था। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद कंचन की हालत बिगड़ती गई। इस पर 23 जुलाई को डॉक्टर ने अस्पताल कर्मी के साथ कानपुर के लिए रेफर कर दिया। वहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर परिजन आगरा स्थित अस्पताल ले गए।

जहां डॉक्टरों ने लेने से मना कर दिया तो शनिवार को मिनी पीजीआई सैफई भर्ती कराया। वहां देर रात डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना से भड़के परिजनों ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ रविवार को शव अस्पताल गेट पर रखकर संचालक समेत कर्मियों को बंधक बनाकर मेन गेट में ताला डाल दिया। गलत ऑपरेशन करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

जानकारी होते ही प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ पहुंच गए। एसडीएम उमाकांत तिवारी, प्रभारी तहसीलदार शिखर मिश्रा ने पहुंचकर परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे सीएमओ को बुलाने एवं हॉस्पिटल को बंद करने की मांग करने पर अड़ गए। लोगों का गुस्सा देख विशुनगढ़, छिबरामऊ थाना की पुलिस बुलाई गई।

अधिकारियों के कार्रवाई के आश्वासन पर पति की तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। मृतका के एक बेटा तीन वर्ष व दूसरा एक सप्ताह का है।  
जिम्मेदार अधिकारियों ने पहुंचकर शुरू की जांच 

घटना के बाद हॉस्पिटल पहुंचे प्रभारी सीएमओ डॉ डी.पी.आर्या, मलेरिया निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार, वाई.के.मंजुल , डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने जांच शुरू की। बताया कि जांच के दौरान न ही मरीज को भर्ती किया जाएगा और न ही ओपीडी देखी जाएगी।

आशा के भरोसे फलफूल रहे निजी अस्पताल

कस्बा में संचालित एक दर्जन से अधिक निजी अस्पताल आशाओं की वजह से फलफूल रहे हैं। मरीज ले जाने के बदले में अस्पताल संचालक आशाओं को मोटी रकम देते हैं। इस संबंध में प्रभारी सीएमओ से जानकारी की गई तो कहा कि शिकायत मिलने पर आशाओं पर भी कार्रवाई की जाती है।

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