प्रतापगढ़ में भी बढ़ रहा आई फ्लू  'कंजक्टिवाइटिस'

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Published By Jagat Mishra
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प्रतापगढ़, अमृत विचार। आंखों की दर्द  देने वाली बीमारी आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) लोगों में तेजी से फैल रही है। संक्रमण के कारण तेजी से फैलने वाली इस बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। राजा प्रताप बहादुर अस्पताल के अलावा नेत्र चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। शहर से गांव तक लोग इस बीमारी से परेशान है।

आई फ्लू यानी कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) को "पिंक आई" के रूप में भी जाना जाता है। यह एक संक्रमण है, जो कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। मानसून के दौरान, कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी के कारण, लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं, जो एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इंफेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं। इस बीमारी में सूजन आंख के सफेद हिस्से को ढक लेती है। जो बाद में गुलाबी लाल हो जाता है।

बीमारी के लक्षण
आंखों में लालपन,खुजली होना, चुभना, सामान्य से अधिक आंखों से पानी आना, सूजन,आंख का सफेद हिस्सा गुलाबी होना। रोशनी के प्रति संवेदनशीलता, सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना इस बीमारी के मुख्य लक्षण है।

कंजक्टिवाइटिस से इस तरह करें आंखों का बचाव
यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क में आने व छुआछूत से फैलती है। कंजंक्टिवाइटिस से बचाव के लिए हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और अपने हाथ बार-बार धोएं, दूषित हाथों के कारण ही कंजंक्टिवाइटिस फैलता है।

आंखों के मेकअप और तौलिये जैसी निजी वस्तुओं को साझा करने से बचें। आंखों के लिए इस्तेमाल होने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने की बाद इस्तेमाल न करें। अपने तकिए के कवर को बार-बार बदलें। अपने तौलिये को बार-बार धोएं और साफ कपड़े पहनें। यह संक्रामक है, इसलिए जिन लोगों को आई फ्लू है, उनके साथ करीब जाने से बचें।

स्कूलों ने जारी की गाइडलाइन
लालगंज के एक स्कूल में कुछ दिन पूर्व अधिकांश बच्चे कंजक्टिवाइटिस की चपेट में आ गए थे। लगातार बढ़ रहे आई फ्लू को देखते हुए स्कूलों ने गाइडलाइन जारी की है। आई फ्लू के लक्षण आने पर बच्चों को स्कूल ने भेजने की नोटिस स्कूलों ने जारी की है। संस्कार ग्लोबल स्कूल की प्रिंसिपल समीना अख्तर,तीरथ एकेडमी की प्रिंसिपल शीतल ग्रोवर,रायल एकेडमी की प्रिंसिपल दीपा सिंह व संगम इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि अभिभावकों से बच्चों के प्रति सावधान रहने की अपील की है। बीएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल के निदेशक राकेश सिंह,बीएसएस एकेडमी के निदेशक विनोद सिंह ने बताया कि अभिभावकों को संदेश भेजने के साथ बच्चों को भी जागरूक किया जा रहा है।

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नेत्र चिकित्सक से लें परामर्श 
कंजक्टिवाइटिस एक संक्रामक रोग है। शुरुआती लक्षण होने पर तत्काल नेत्र चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। यह बहुत ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं है। सात से आठ दिनों में ठीक हो जाती है। -डा. अमित चौधरी,नेत्र रोग विशेषज्ञ

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खाने-पीने का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी
इस मौसम में अपने खाने-पीने का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। फलों का जूस और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन प्रचूर मात्रा में करने पर शरीर का अंदरूनी पोषण बना रहेगा। जिससे आपकी त्वचा बरसात के दौरान भी चमकदार होगी। संक्रमण की स्थिति में डाक्टर की सलाह लेनी चाहिए। -डा. आमिर शाहिद अंसारी,चर्म रोग विशेषज्ञ

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