कर्नाटकः BJP और JD(S) ने संयुक्त रूप से दिया विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
बेंगलुरु। कर्नाटक में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के विधायकों ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर के खिलाफ विधानसभा सचिव को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया। इस नोटिस पर पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और एच डी कुमारस्वामी सहित भाजपा और जद (एस) विधायकों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए हैं।
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टिस में कहा गया है, ‘‘चूंकि कर्नाटक विधानसभा के सभी सदस्यों द्वारा चुने गए अध्यक्ष ने सदन का विश्वास खो दिया है, इसलिए उन्हें पद से हटाने के लिए हम कर्नाटक विधानसभा के कामकाज संबंधी नियमावली के नियम 169 के अनुसार प्रस्ताव पेश करने का अवसर देने का अनुरोध करते हैं।’’ विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से यह कदम ऐसे वक्त उठाया है जब विधानसभा में काफी हंगामेदार दृश्य देखने को मिल रहा है।
सदन में भाजपा के कुछ सदस्यों ने विधेयकों और एजेंडे की प्रतियां फाड़ दीं और उन्हें आसन पर बैठे उपाध्यक्ष रुद्रप्पा लमानी की ओर फेंक दिये। इसके बाद, विधानसभा अध्यक्ष खादर ने सदन में ‘‘अशोभनीय और अपमानजनक आचरण’’ के लिए भाजपा के 10 विधायकों को विधानसभा के शेष सत्र से निलंबित कर दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा और जद (एस) के सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आकर प्रदर्शन कर रहे थे और कांग्रेस-नीत सरकार पर अपने गठबंधन के नेताओं की ‘सेवा’ के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 30 अधिकारियों को तैनात करने का आरोप लगा रहे थे। विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने को लेकर बेंगलुरु में सोमवार और मंगलवार को बैठक की।
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