गरमपानी: कोसी नदी का रौद्र रूप देख क्षेत्रवासियों की धड़कनें हुईं तेज

Amrit Vichar Network
Published By Bhupesh Kanaujia
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गरमपानी, अमृत विचार। खैरना क्षेत्र में कोसी नदी के तट पर स्थित आवासीय मकानों तथा कुमाऊं मंडल विकास निगम के आवास गृह को बडा़ खतरा बना हुआ है। नदी का उफान तेज होने पर पानी आबादी के नजदीक तक पहुंच जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बाढ़ से बचाव को बाढ़ सुरक्षा के ठोस इंतजाम करने की मांग उठाई है।

बारिश होने के साथ ही खैरना क्षेत्र के वासिदों की धड़कनें तेज हो जा रही है। नुकसान की आंशका से क्षेत्रवासी परेशान हैं। वर्ष 1998 तथा 2010 मे कोसी नदी का बहाव तेज होने पर कुमाऊं मंडल विकास निगम के पर्यटन आवास गृह तथा आसपास स्थित आवासीय मकानों को भारी नुकसान पहुंचा था।

तब से आज तक कई बार स्थानीय लोग सुरक्षा के इंतजाम किए जाने की बार मांग उठा चुके हैं बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। बारिश तेज होने पर नदी से खतरा दोगुना बढ़ जा रहा है। स्थानीय बिशन जंतवाल, महेंद्र सिंह बिष्ट, राजेंद्र सिंह नेगी आदि ने रानीखेत पुल से शिप्रा तथा कोसी नदी के संगम तक बाढ़ सुरक्षा के ठोस उपाय किए जाने की मांग उठाई है ताकि संभावित खतरे को टाला जा सके। क्षेत्र के बासिदों ने दो टूक चेताया है कि यदि अनदेखी की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार करने को बाध्य होना पड़ेगा।