बरेली: एक्सीडेंट में घायल हुए मरीज का किया गलत इलाज, झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ एसएसपी से शिकायत
बरेली, अमृत विचार। झोलाछाप डॉक्टर की गाड़ी में बैठा एक शख्स एक्सीडेंट के दौरान घायल हो गया था। जिसे इलाज के नाम पर झोलाछाप गुमराह करता रहा और खुद ही अपने बेटों के साथ मिलकर पीड़ित का गलत उपचार कर दिया। जिससे पीड़ित शख्स के पैर में सेप्टिक नाम की गंभीर बीमारी बन गई, इस मामले में पीड़ित ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
थाना भुता के ब्रहमपुर मोहम्मद हुसैन निवासी रामस्वरूप मौर्या पुत्र नत्थू लाल मौर्य ने बताया 31 जुलाई 2021 को आरोपी डॉक्टर ने वाहन के अनियंत्रित होने पर उसको घायल कर दिया जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। वहीं उसके दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया। वाहन स्वामी डॉ. भगवानदास व उसके बेटे विनोद व सूर्यप्रकाश ने मिलकर उसको किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही करने से मना कर दिया और डॉक्टर होने के नाते उसका इलाज व देखरेख का स्वयं आश्वासन दिया, जबकि रामस्वरूप को ये पता नहीं था कि भगवानदास एक अनुभवी और रजिस्टर्ड डॉक्टर है भी या नहीं।
बता दें डॉ भगवानदास व उसके दोनों पुत्रों ने मिलकर एक्सीडेंट के दिन उसको हरूनगला स्थित अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां उसका 6 दिन तक इलाज चला। इस दौरान उसे किसी प्रकार का कोई आराम नहीं मिला। वहीं डॉ भगवानदास व उसके बेटों ने उसको गुमराह करके अस्पताल के खर्चे को देखते हुए स्वयं इलाज करने का झांसा देकर उसकी छुट्टी कराकर अपने अवैध रूप से संचालित मेडिकल व क्लीनिक पर इलाज करने के लिए ले आए। जहां पर सात दिन तक उसका इलाज चला, लेकिन उसे किसी प्रकार का आराम।
आराम न मिलता देख उसे एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले आए। जहां उसका 20 दिन तक इलाज चलता रहा। फिर भी उसको किसी भी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली। वहीं बीस दिन के इलाज के बाद डॉ भगवानदास व उसके बेटों ने इलाज कराने से मना कर दिया। वहां के अस्पताल के डाक्टर से डॉ. भगवानदास की सांठगांठ थी।
डॉक्टर ने पीड़ित की वास्तविक स्थिति डॉ भगवानदास को बता दी कि आपके द्वारा किए गये गलत उपचार के कारण मरीज के पैर में सैप्टिक जैसी भयानक बीमारी बन चुकी है। जिससे डॉ भगवानदास व उसके बेटों ने घबराकर उसका इलाज कराने से मना कर दिया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक डॉ श्याम बिहारी लाल उसके घर भाजपा में मण्डल उपाध्यक्ष होने के कारण उसका स्वास्थ्य देखने के लिए उसके घर पहुंचे तो उसकी हालत को देखते हुए उसके पैर में सैप्टिक होना बताते हुए उसे सलाह दी कि उचित डाक्टर के द्वारा इलाज करायें। जिसके बाद वह बरेली के निजी अस्पताल में इलाज के लिए गया। तब से उसका वहां इलाज चल रहा है।
इस मामले में पीड़ित ने तीन बार व्हाट्सएप के द्वारा सीएमओ के नंबर पर शिकायत की लेकिन अभी तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आज पीड़ित ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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