दिल्ली दंगों की जांच की मांग को लेकर भाकपा का प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) महासचिव डी राजा के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने दिल्ली के दंगों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर गुरुवार को यहां धरना-प्रदर्शन किया। राजा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं ने पार्टी मुख्यालय अजय भवन के सामने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता और नेता …
नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) महासचिव डी राजा के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने दिल्ली के दंगों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर गुरुवार को यहां धरना-प्रदर्शन किया। राजा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं ने पार्टी मुख्यालय अजय भवन के सामने प्रदर्शन किया।
कार्यकर्ता और नेता अपने चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे और हाथों में पोस्टर तथा बैनर लिए हुए थे। पार्टी महासचिव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस जिस तरह से दिल्ली में हिंसा की साम्प्रदायिक दृष्टि से जांच कर रहे हैं, उससे उनके पूर्वाग्रह का पता चल रहा है। इसे देखते हुए उसकी निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और अन्य वामपंथी पार्टियों मार्क्सवादी कमयुनिस्ट पार्टी (माकपा), आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक तथा माकपा (एम एल) ने आरोप लगाया कि गृह मंत्रालय एवं दिल्ली पुलिस ने उत्तरी पूर्वी दिल्ली में भाजपा द्वारा पूर्व नियोजित दंगों की एकतरफा जांच की और दिल्ली सरकार ने इस पर चुप्पी लगाई जिसके विरोध में यह प्रदर्शन किया गया।
पर्चे में यह भी मांग की गई दिल्ली सरकार इन दंगों की स्वंत्रत जांच समिति बनाए तथा दिल्ली पुलिस बुद्धिजीवियों, छात्रों और युवकों को एकतरफा जांच के तहत झूठे मामले बनाकर गिरफ्तार करना बंद करें। इसी विरोध के तहत गुरुवार को भाकपा मुख्यालय अजय भवन के बाहर शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए मानव श्रृंखला बनाई गई। इसका नेतृत्व भाकपा के महासचिव डी. राजा और सचिव प्रोफेसर दिनेश वार्ष्णेय ने किया।
पार्टी महासचिव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते कहा कि सांप्रदायिक दृष्टि से दंगो की जांच तत्काल बंद होनी चाहिए और एक पृथक एजेंसी से इसकी जांच कराई जानी चाहिए। इस अवसर पर वार्ष्णेय ने भी इस दंगे की निष्पक्ष जांच के लिए लोगों को सरकार पर दबाव बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने दिल्ली में हिंसा की घटनाओं पर अपनी रिपोर्ट दे दी है जिसमें उससे इन सवालों और पुलिस के बीच के सबूत के सबूत दिए हैं इसलिए जांच निष्पक्ष होनी चाहिए।
