वाराणसी: केशव मौर्य ने राहुल गांधी को दी भाषाई मर्यादा में रहने की दी सलाह, कहा- हाईकोर्ट का फैसला स्वागत योग्य

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Published By Deepak Mishra
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वाराणसी। गुजरात हाईकोर्ट से मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी पर राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए राहुल गांधी की याचिका खारिज कर दी। जिसके सियासी बयानबाजी शुरू हो गई। इसी कड़ी उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राहुल गांधी पर तंज कसा है। केशव मौर्य गुजरात हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए राहुल गांधी को भाषाई मर्यादा में रहने की सलाह दी।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है, इससे कांग्रेस और दूसरे दलों के नेताओं को सबक लेना चाहिए। नेताओं को ध्यान देना चाहिए कि कभी किसी पर बायना देने से पहले भाषाई मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। जिसे विरासत का अहंकार होता है, वह भाषा को सीमा को लांघने की कोशिश करता है। राहुल गांधी ने जो भाषा की मर्यादा को लांघा है, यही वजह है कि उनके ऊपर दस -दस मानहानि के केस चल रहे हैं। गुजरात हाईकोर्ट ने उनके अपील को खारिज कर दिया इससे उन्हें सीख लेना चाहिए।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राहुल गांधी यह मानते हैं कि उनके पिताजी प्रधानमंत्री थे, उनकी दादी प्रधानमंत्री थीं और मेरी दादी के पिता जी प्रधानमंत्री थे, तो जो विरासत का अहंकार है इसे लेकर उनके तरफ से ऐसी शब्दावली का प्रयोग किया गया। यही काम दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का रहता है। राजनीति में रहना है, लोकतंत्र है, भाषण देना है, तो भाषण के समय भाषा की मर्यादा को लांघनी नहीं चाहिए।

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