हल्द्वानी: जेल में छिपाकर सामान ले जाना अब नामुमकिन, स्कैनर लेगा तलाशी

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Published By Shweta Kalakoti
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मादक पदार्थों की तस्करी, मोबाइल समेत अन्य आपत्तिजनक वस्तुओं के ले जाने पर लगेगी लगाम

जेल प्रशासन जल्द जेल में लगाने जा रहा है बैगेज स्कैनर जेल में आने वाले हर व्यक्ति को जांचेगा फुल बॉडी पोल स्कैनर

हल्द्वानी, अमृत विचार। जेल में छापा पड़ता है तो कभी मोबाइल मिलता है, तो कभी चरस। अक्सर देखने में आया कि जेल प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद आपत्तिजनक वस्तुओं को चोरी छिपे जेल में पहुंचा दिया जाता है, लेकिन हल्द्वानी जेल प्रशासन अब इस खेल पर नकेल कसने जा रहा है। इसके लिए जेल में जल्द बैगेज स्कैनर और फुल बॉडी पोल स्कैनर लगाया जाएगा। ये स्कैनर जेल में आने-जाने वाले हर शख्स की जांच करेगा। फिर वह जेल का कर्मी हो या फिर बंदी और कैदी। 

हल्द्वानी उपकार में हर वक्त क्षमता से तीन गुना बंदी और कैदी रखे जाते हैं। आमतौर पर यहां कैदी और बंदियों की संख्या रोजना 17 सौ के आस-पास रहती है और इनसे मिलने के लिए हर रोज 4 सौ से 5 सौ लोग जेल पहुंचते हैं। कैदी और बंदी से मिलाई करने वाले अपने साथ कुछ न कुछ लाते हैं, जिसे वह बंदी या कैदी को देते हैं।

मिलाई के लिए पहुंचने वालों की कई चरण में जांच होती है, लेकिन कई बार चूक हो जाती है। इसी चूक को ठीक करने के लिए जेल में बैगेज स्कैनर और फुल बॉडी पोल स्कैनर लगाने जा रहा है और। बैगेज स्कैनर जेल में लाए जाने वाले सामान की जांच करेगी। जबकि फुल बॉडी पोल स्कैनर हर व्यक्ति की जांच करेगा।

जेल प्रशासन ने इसे लगाने की अनुमति दे दी है। फुल बॉडी पोल स्कैनर जेल स्टाफ या जेल आने वाले किसी अन्य बाहरी व्यक्ति को भी पूरी तरह स्कैन करेगा। इस प्रकार की स्कैनिंग से जेल स्टाफ, बाहरी लोगों और कैदियों के बीच की सांठगांठ टूटेगी। वर्तमान में, राज्य की किसी भी जेल में फुल-बॉडी स्कैनर नहीं लगे हैं। 

 

जेल में स्कैनर मशीन लगाई जा रही है। यह मशीन जेल आने वाले बंदी और जेल में तैनात कर्मियों के लिए लगाई गई है। इन लोगों द्वारा लाए गए सामान को मशीन से होकर गुजारा जाएगा और गड़बड़ी होने पर मशीन पकड़ लेगी। फुल बॉडी पोल स्कैनर भी जेल में जल्द लगाया जाएगा। 
-प्रमोद पांडे जेल अधीक्षक, उपकारागार हल्द्वानी

 

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