भाजपा आलाकमान ने येदियुरप्पा को बुलाया दिल्ली, मामला नेता प्रतिपक्ष को चुनने में देरी
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को चुनने में देरी के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व द्वारा बुलाए जाने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा रविवार को नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गए। हालांकि, भाजपा के संसदीय बोर्ड के सदस्य ने दिल्ली बुलाए जाने के कारण पर अनभिज्ञता जताई, लेकिन पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश प्रमुख के पदों के लिए उम्मीदवारों पर फैसला करने के लिए बुलाया गया है।
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येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मुझे नयी दिल्ली बुलाया है। मुझे नहीं पता कि विषय क्या है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं वहां जाऊंगा, उनसे बात करूंगा और अगर संभव हुआ, तो आज रात तक लौट आऊंगा, क्योंकि परसों बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें नेता प्रतिपक्ष के चुनाव पर चर्चा के लिए नयी दिल्ली बुलाया गया है, इसपर येदियुरप्पा ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘…उनसे बात करने पर ही मुझे पता चलेगा कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है। मुझे कोई जानकारी नहीं है कि उन्होंने मुझे क्यों बुलाया है।’’ दोनों शीर्ष पदों के लिये लामबंदी के संबंध में एक सवाल पर येदियुरप्पा ने कहा कि ऐसे मामलों पर केवल राष्ट्रीय नेता ही फैसला लेंगे। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘कई लोग कई चीजों की मांग करते हैं...हमारे राष्ट्रीय नेता फैसला करेंगे।
चूंकि, उन्होंने (नड्डा) मुझे बुलाया है, मैं वहां जाऊंगा और उनसे बात करूंगा।’’ मंगलवार को होने वाले भाजपा के प्रदर्शन के बारे में येदियुरप्पा ने कहा कि अपने चुनावी वादों को पूरा करने में ‘‘विफलता’’ के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार की विफलता का विरोध करने का निर्णय लिया गया है। हजारों लोग शामिल होंगे।
मैं भी इसमें हिस्सा लूंगा।’’ विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने में सिर्फ एक दिन बचा है, लेकिन भाजपा ने अभी तक अपने नेता प्रतिपक्ष का नाम तय नहीं किया है। दोनों महत्वपूर्ण पदों के लिए राज्य में भाजपा में कड़ी प्रतिस्पर्धा है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की भूमिका के लिए कई दावेदार हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, पूर्व मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र, आर अशोक और विजयपुरा के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल शामिल हैं।
हाल में पूर्व मंत्री वी सोमन्ना ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने की इच्छा जताई थी। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने कहा कि हालांकि उनका कार्यकाल एक साल पहले खत्म हो गया था, लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण वह पद पर बने हुए थे। उन्होंने कहा, अब उनकी जगह कौन लेगा इसपर फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नेता चुनने के लिए आज होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक रद्द कर दी गई है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘आज भाजपा विधायक दल की कोई बैठक नहीं है। हमें उम्मीद है कि नेता प्रतिपक्ष का फैसला कल (सोमवार) दोपहर तक हो जाएगा।’’
इस बीच, कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए नाम तय नहीं कर पाने के लिए भाजपा पर तंज कसा। कांग्रेस ने शनिवार को एक ट्वीट में एक कुर्सी की तस्वीर पोस्ट की, जिसके कैप्शन में लिखा था ‘‘विज्ञापन - तत्काल आवश्यकता है। कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रिक्त पद के लिए एक उपयुक्त व्यक्ति की आवश्यकता है।’’
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