कासगंज: पहाड़ों पर कम हुई बारिश, बैराजों ठहरा पानी, गंगा नदी में 24 घंटे में कम हो गया 70 सेंटीमीटर पानी

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Published By Om Parkash chaubey
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सिंचाई विभाग के अधिकारी बोले प्रगति पर हैं कार्य, चिंता की जरूरत नहीं

कासगंज, अमृत विचार : पहाड़ों पर बारिश कम होने लगी है। जिससे गंगा नदी में छोड़े जाने वाला पानी बैराजों पर ठहरने लगा है। जिससे फिलहाल गंगा नदी में बाढ़ और कटान का कोई खतरा नहीं है। सिंचाई विभाग के अधिकारी फिर भी निगरानी में जुटे हुए हैं। अधिकारियो का दावा है कि बाढ़ और कटानरोधी कार्य काफी हद तक पूरे कर लिए गए हैं।

पिछले कई दिनों से पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में बारिश हो रही थी। जिसका असर सीधे सीधे गंगा नदी में दिखाई देने लगा था। इसको लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी चिंतित हो गए और ग्रामीणों को भी चिंता सताने लगी, लेकिन अधिकारियों ने माना कि अभी खतरे की कोई बात नहीं है। क्योंकि मानसून सत्र शुरू होने के बाद सदैव अगस्त, सितंबर में ही बाढ़ या कटान की स्थिति बनी है।

हुआ भी यही कि पहाड़ों पर बारिश कम हुई तो बैराजों पर पानी ठहरने लगा है। यहां से कछला गंगा नदी में पानी का डिस्चार्ज कम कर दिया गया है। अब पिछले 24 घंटे में गंगा जलस्तर पर कछला गंगा के पुल पर 70 सेंटीमीटर तक पानी कम हो गया है। इसको लेकर ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली है, हालांकि सिंचाई विभाग ने स्पष्ट किया है कि अभी तक तो खतरे कोई बात नहीं रही है, लेकिन आगामी समय में जब तेज बारिश होगी तो गंगा नदी में जलस्तर बढ़ेगा।

आंकड़े की नजर से :

-  32698 क्यूसेक पानी हरिद्वार बैराज से छोड़ा गया

- 18390 क्यसेक पानी बिजनौर बैराज से छोड़ गया

- 13994 क्यूसेक पानी नरौरा बैराज से छोड़ा गय

- 163.10 मीटर कछल गंगा नदी पर बुधवार को था पानी का गेज

- 162.40 मीटर गुरुवार को हुआ कछला पुल पर पानी का गेज

जलस्तर में गिरावट आई है। किसी भी प्रकार कोई भी खतरा नहीं है। यदि पहाड़ों पर तेज बारिश होती है और बैराजों पर पानी का दबाव बढ़ता है तब जलस्तर बढ़ने की संभावना है। - अरुण कुमार, अधिशासी आभियंता सिंचाई

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