नारियल पानी वार: बरेली कॉलेज गेट से वेंडर को आवंटित खोखा हुआ गायब
बरेली, अमृत विचार। शहर में नारियल पानी बेचने में काबिज लोगों को हटाकर स्वयं का कब्जा जमाने को लेकर जंग मची है। सत्ताधारी नेताओं की शह का नतीजा है कि एक पक्ष ने नगर निगम द्वारा वेंडरों को आवंटित खोखे को ही बरेली कालेज गेट से गायब कर दिया है। अभी तक स्थानीय स्तर पर चल रहे इस विवाद की जानकारी मुख्यमंत्री पोर्टल, डीजीपी सहित जिले के आला अफसरों को भी दी गई है।
मुख्यमंत्री पोर्टल को भेजी शिकायत में नसीम पुत्र शहादत अली ने कहा है कि वह बरेली कॉलेज के पूर्वी गेट पर मानसिक चिकित्सालय के सामने नारियल पानी का ठिया लगाता है। बरेली नगर निगम और डूडा के सहयोग से वेंडर कमेटी की संस्तुति पर नगर निगम ने 14 दिसंबर 22 को पांच साल यानि 13 दिसंबर 2027 तक नारियल पानी का खोखा आवंटित किया।
आरोप लगाया कि 13 जून को सायं लगभग 5 बजे जसविंदर सिंह निवासी सौ फिटा, असगर रजा निवासी दुनका, छत्रपाल गंगवार निवासी शेरगढ़ और 5-6 अज्ञात लोगों ने उनकी दुकान के सामने ही तख्त पर अपना ठिया लगा लिया। जब इसका विरोध किया तो मारपीट की। मैं जान बचाकर भाग गया। रात में ही नगर निगम द्वारा आवंटित खोखे को ही सामान सहित उठाकर ले गये। नसीम ने शिकायती पत्र में कहा कि दूसरे शहर से आकर रंगदारी वसूल कर रहे हैं। यह लोग कहते हैं कि यदि नारियल का ठिया लगाओगे तो हमसे माल खरीदोगे। बाबू शेख से नहीं। नसीम ने लिखा है कि जसविंदर अपना माल ऊंचे भाव पर देते हैं और जो इनसे माल नहीं लेता उनके ठीये यह लोग छीन लेते हैं।
पार्टी के लोगों ने कब्जा करना शुरू किया
शहर में अभी तक नारियल पानी बेचने में अभी तक बाबू शेख का एकाधिकार था। शहर में 35- 40 जगहों पर उनके ठीये लगते थे। बाबू शेख भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा दुनका मंडल के अध्यक्ष हैं। इनके भी सभी ठीये अवैध थे लेकिन नगर निगम में सेटिंग करके यह धंधा बरसों से चलता आ रहा है, लेकिन पिछले एक साल से इस व्यवसाय पर भाजपा से जुड़े कुछ नेताओं की नजर पड़ी। उन्होंने अपने ही पार्टी के लोगों का व्यवसाय कब्जा करना शुरू कर दिया। बाबू शेख का मीरगंज विधानसभा कार्य क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि उनके अधिकांश ठीये पर कब्जा हो चुका है। अब 10-12 ठीये ही बचे हैं।
विधायक को नहीं मामले की जानकारी
मीरगंज के भाजपा पदाधिकारी पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए मीरगंज विधायक डाॅ. डीसी वर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि वैसे तो संविधान में सभी को बराबर का हक दिया गया है। किसी के साथ भेदभाव की बात नहीं कही गई है। लेकिन बाबू शेख का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। बताया कि गुरुवार को शीशगढ़ में ही धर्मपुरा में बाबू शेख के क्षेत्र में ही सभा है। वहां जाकर पता करेंगे कि उन्हें क्या समस्या है।
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