बरेली: हिंदी भाषा एवं संप्रेषण पाठ्यक्रम जल्द ही स्वयं पोर्टल पर
बरेली, अमृत विचार। यूजीसी के स्वयं पोर्टल पर जुलाई से स्नातक स्तर पर हिंदी ऑनर्स का पाठ्यक्रम हिंदी भाषा एवं संप्रेषण ऑनलाइन होगा। इस पाठ्यक्रम को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की शिक्षिका डॉ. क्षमा पांडेय ने तैयार किया है। इस पाठ्यक्रम के अंतिम लेक्चर की रिकार्डिंग आईआईटी रुड़की के मीडिया सेंटर में पूरी हो गई। विश्वविद्यालय का यह पहला पाठ्यक्रम है, जो स्वयं पोर्टल पर होगा। इस पाठ्यक्रम का लाभ विश्वविद्यालय से जुड़े महाविद्यालयों के अलावा देश के अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र भी ले सकेंगे।
पाठ्यक्रम की समन्वयक डॉ. क्षमा पांडेय ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2021 में इस पाठ्यक्रम के लिए यूजीसी में आवेदन किया था। 20 जुलाई 2021 को यूजीसी ने पाठ्यक्रम को स्वीकृत कर इसकी रिकार्डिंग के निर्देश दिए थे। अब पाठ्यक्रम पूरी तरह से तैयार हो गया है। चार क्रेडिट के पाठ्यक्रम में 40 लेक्चर तैयार किए गए हैं। पाठ्यक्रम चार महीने का होगा। सप्ताह में चार दिन ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी। इसके अलावा एक दिन छात्र सवाल-जवाब कर सकेंगे। एक दिन आंकलन के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम मुफ्त होगा। इसे नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया गया है।
यह होगा पूरा पाठ्यक्रम
इस पाठ्यक्रम में प्रथम सप्ताह में हिंदी भाषा की प्रकृति, स्वरूप, संरचना और विविध रूपों का वर्णन, द्वितीय सप्ताह में व्याकरणिक संरचना, तृतीय सप्ताह में भाषा लिपि, हिंदी वर्णमाला और उच्चारण संबंधी भाषिक पक्षों, चतुर्थ और पंचम सप्ताह में हिंदी वर्तनी एवं उच्चारण संबंधी नियम और षष्टम सप्ताह में शब्द संपदा और संधि का अध्ययन कराया जाएगा। सप्तम सप्ताह में भाषा संप्रेक्षण कौशल, आठवें और नवें सप्ताह में विराम चिन्ह, मुहावरे, लोकोक्तियों के शिक्षण और दशम सप्ताह में विभिन्न प्रकारण के पत्रों के लेखन का शिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा लाइव सेशन, आंकलन व अन्य किया जाएगा।
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