नए संसद भवन का उद्घाटन सावरकर और महाराष्ट्र के लोगों के लिए सम्मान की बात: शिंदे
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन हिंदुत्व विचारक वी.डी. सावरकर को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि और महाराष्ट्र के लोगों के लिए सम्मान की बात है। शिंदे ने कहा कि इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले राजनीतिक दलों ने भारत के लोकतंत्र और सावरकर का अपमान किया है। सावरकर की आज 140वीं जयंती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया और ऐतिहासिक राजदंड ‘सेंगोल’ को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समीप स्थापित किया। कई विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार किया और जोर देकर कहा कि देश के प्रमुख के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संसद का उद्घाटन कराया जाना चाहिए था।
शिंदे ने ट्वीट किया, राजनीतिक दलों ने आज उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया, उन्होंने भारत के लोकतंत्र तथा सावरकर जी के प्रति गहरा अनादर दिखाया है। उन्होंने कहा, जो लोग हमारी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व नहीं करते, जो वीर सावरकर जैसे विचारकों का तिरस्कार करते है..उन्होंने ही राष्ट्रीय समारोह का बहिष्कार किया। शिंदे ने कहा कि भारत मां के बेटे का जन्म 1883 में आज ही के दिन हुआ था। उन्होंने कहा, 140 साल बाद उसी दिन एक स्वतंत्र तथा आत्मविश्वासी भारत को एक नया संसद भवन समर्पित किया गया। यह सावरकर जी को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि और महाराष्ट्र के सभी लोगों का सम्मान है।
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