उज्जैन में महाकाल लोक के सौंदर्यीकरण का कार्य जोरों पर 

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Published By Ashpreet
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उज्जैन। भारत के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख भगवान महाकालेश्वर मंदिर देश विदेश के यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को देखते हुए मंदिर के आसपास करोड़ों रुपए की राशि से किए जा रहे विस्तार और सौंदर्यीकरण का कार्य जोरशोर से जारी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक श्री महाकाल महालोक का प्रथम चरण पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चरण में रूद्र सागर के सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है।

इसमें बड़े रूद्र सागर तालाब के डि-सिल्टिंग, ड्रेजिंग एवं स्लज हटाने का कार्य शामिल है। छोटे रूद्र सागर में लैंड स्केपिंग सहित मनोरंजक क्षेत्र, वैदिक वाटिका, ध्यान कुटी एवं छायादार विश्राम व्यवस्था भी तैयार की जा रहीका का है।

इन सबके साथ अत्याधुनिक तकनीक से आकर्षक पेडेस्ट्रियन पुल का निर्माण बड़े रूद्र सागर पर चारधाम पार्किंग की ओर से मानसरोवर के बीच किया जा रहा है। इस पुल के निर्माण होने से रूद्र सागर के सौंदर्य में चार चांद लग जायेंगे। उन्होंने बताया कि रूद्र सागर पर 25.22 करोड़ रुपये की लागत से छह मीटर चौड़ा और 200 मीटर लम्बे पैदल पुल का निर्माण कार्य जारी है।

इस पैदल पुल से एक बार में 500 लोग रूद्र सागर के लाईट एण्ड साउण्ड शो को देख सकेंगे। यही नहीं रूद्र सागर पुल के पोस्ट कॉलम महाकाल लोक की थीम पर आधारित बनाये जा रहे हैं। पैदल पुल का निर्माण युद्धस्तर पर जारी है।

महाकाल लोक के आकर्षण से बंधा न केवल देश प्रदेश बल्कि विश्व के अनेकों स्थानों से भगवान महाकाल के दर्शन करने और महाकाल लोक को देखने के लिये हजारों दर्शनार्थी यहां पहुंच रहे हैं। महाकाल लोक की मूर्तिकलाओं व लैंड स्केपिंग को देखने के बाद जैसे ही भगवान श्री महाकालेश्वर में दर्शन के लिये दर्शनार्थी आगे बढ़ते हैं, मन्दिर समिति द्वारा बनाया गया मानसरोवर भवन उनका स्वागत करता है।

यह भवन किसी सरोवर की ही तरह शीतलता लिये हुए यात्रियों की सुविधा के लिये बनाया गया है। करीब 70 हजार वर्गफीट में निर्मित यह भवन चार हजार व्यक्तियों की क्षमता लिये हुए निरन्तर दर्शनार्थियों की सेवा में रत है। यहां पर 45 शौचालय पुरूषों के लिये व इतने ही महिलाओं के लिये बनाये गये हैं। इनकी दिन-रात मन्दिर समिति के कर्मचारी साफ-सफाई करते हैं। यही नहीं भवन में छह हजार मोबाइल लॉकर, छह हजार जोड़ी जूते एवं अन्य कीमती सामान के लिये 1500 लॉकर की सुविधा विकसित की गई है।

उन्होंने बताया कि पूर्व में भस्म आरती के लिये आने वाले दर्शनार्थियों को खुले में बैठना पड़ता था, लेकिन अब यहां पर दर्शनार्थियों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। भवन का निर्माण मन्दिर समिति द्वारा प्रदत्त 21 करोड़ रुपये की राशि द्वारा उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि मंदिर समिति द्वारा लगातार न सिर्फ़ दर्शनार्थीगण के आसान दर्शन हेतु प्रयास किये जा रहे हैं अपितु मंदिर की व्यवस्थाओं को आधुनिक स्वरूप से समृद्ध भी कर रहे हैं।

मंदिर में आने वाले लाखों दर्शनार्थी महाकाल लोक में मानसरोवर भवन से प्रवेश कर मानसरोवर के बैरिकेट्स से, फेसिलिटी सेंटर 1 एवं 2 से लाइन में लगकर, मंदिर परिसर से होते हुए गणपति मंडपम के बैरिकेट्स से दर्शन कर रहे है। इस दौरान भक्तों को कुल 20 से 25 मिनिट का समय लग रहा है। जिससे दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालु से प्रसन्नचित्त महसूस कर रहे है। 

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