गद्दार नहीं खुद्दार हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस में कितना अपमान सहते : शिवराज सिंह चौहान
भोपल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के नेताओं द्वारा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को कई बार 'गद्दार' कहने पर कांग्रेस पर जबर्दस्त हमला बोलते हुए आज कहा कि सिंधिया गद्दार नहीं 'खुद्दार' हैं और वे आखिरकार कांग्रेस में कितना अपमान सहते। चौहान ने अपने बयान में कहा कि सिंधिया गद्दार नहीं, खुद्दार हैं।
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वे कांग्रेस में कितना अपमान सहते। कांग्रेस ने चुनाव लड़ा उनके नाम पर और मुख्यमंत्री बना दिया बुजुर्ग कमलनाथ को। कमलनाथ के पीछे से भी सरकार पूरी तरह दिग्विजय सिंह चला रहे थे। चौहान ने कहा कि बार-बार सिंधिया और उनके साथी जनसमस्याओं के बारे में कमलनाथ सरकार को बताते पर कमलनाथ का अहंकार बहुत बड़ा था।
उन्होंने सिंधिया के जनसमस्याओं को लेकर सड़कों पर उतरने की चेतावनी देने पर उनसे यहां तक कह दिया कि ठीक है, वे सड़कों पर उतर जाएं। वे यहां तक कहते थे कि मैं गाड़ी में बैठा कर दूसरी पार्टी में छोड़ आऊंगा। आखिर सिंधिया कितने अपमानित होते। इसी क्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अगर सिंधिया से जुड़े लोग गलत होते तो जनता हजारों वोटों से उन्हें कैसे जिताती। हम किसी की मेहरबानी पर सरकार नहीं चला रहे।
उन लोगों ने इस्तीफा दिया, चुनाव लड़े और शान से जीत के आए। चौहान ने कहा कि कांग्रेस में ओछेपन की होड़ लगी है। हर नेता दूसरों को छोटा करने बयान देना चाहता है। इस होड़ में कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक सब शामिल हैं। दरअसल कल सिंह ने भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में कहा था कि हे महाकाल, कांग्रेस में कोई दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया न पैदा हो।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरी तो राजा-महाराजा बिक गए, लेकिन गरीब आदिवासी विधायक नहीं बिके। सिंह के इस बयान पर हमला बोलते हुए सिंधिया ने अपने ट्वीट में कहा कि हे प्रभु महाकाल, कृपया दिग्विजय सिंह जैसे देश-विरोधी और मध्यप्रदेश के बँटाधार, भारत में पैदा ना हों। दोनों नेताओं के बीच इस जबानी जंग के बाद राजनीतिक बयानबाजी के दौर और तेज हो गए हैं।
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