बरेली: इंतजार हुआ खत्म, आज से किला पुल पर दौड़ेगा ट्रैफिक

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Published By Vikas Babu
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वन मंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कैंट विधायक करेंगे उद्घाटन

गुरुवार को ओवरब्रिज का निरीक्षण करते पीडब्ल्यूडी के अधिकारी(फोटो)

बरेली, अमृत विचार। मरम्मत कार्य की वजह से लंबे समय से बंद किला पुल पर आज से वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। माननीयों के पास समय नहीं होने की वजह से तीन दिन से उद्घाटन टल रहा था। शुक्रवार सुबह वन मंत्री डाॅ. अरुण कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार और कैंट विधायक संजीव अग्रवाल हरी झंडी दिखाकर यातायात शुरू करेंगे। गुरुवार देर शाम तक पीडब्ल्यूडी के अधिकारी तैयारियां को अंतिम रूप में देने में लगे रहे।

अफसरों के मुताबिक शहर के प्रमुख मार्गों को जोड़ने वाला सबसे पुराना पुल है। झुमका तिराहे से यह पुलिस लाइन और शाहजहांपुर, लखनऊ रोड को जोड़ता है। सुबह से शाम तक करीब 30 हजार वाहनों का आवागमन होता है। ऐसे में पुल चालू होने से लोगों को जाम से राहत मिलेगी।

तत्कालीन मंडलायुक्त संयुक्ता समद्दार ने 1 नवंबर को किला पुल का निरीक्षण कर हालत दयनीय मिलने पर वाहनों के आवागमन को बंद करा दिया था। उन्होंने शासन स्तर पर पैरवी कर मरम्मत के लिए 4.88 करोड़ रुपये जारी कराया। बजट जारी होते ही पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को 100 दिन में काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत अभियंताओं ने 31 मार्च तक काम पूरा करने का दावा किया। बीच में एक-दो दिन मौसम बिगड़ने से काम प्रभावित हुआ।

एक किमी की दूरी तय करने में लगता था 1 घंटा
ओवरब्रिज पर मरम्मत कार्य के चलते लगातार जाम की समस्या लोगों को झेलनी पड़ी। किला क्रासिंग पर जाम की वजह से हालात ज्यादा बदतर रहते थे। जिसके चलते यातायात को आईवीआरआई और दूसरे रास्तों की तरफ डायवर्ट किया गया था। फिर भी जाम से निजात नहीं मिल रही थी। एक किमी की दूरी तय करने में लोगों को एक घंटे तक समय लगता था। जबकि दूसरे रास्तों से 8 किमी की अधिक दूरी तय करनी पड़ती थी।

किला ओवरब्रिज के मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। कुछ जगह व्यू कटर का काम बाकी है तो तेजी से पूरा कराया जा रहा है। लोगों की परेशानी और जरूरत को देखते हुए शुक्रवार से ओवरब्रिज शुरू हो जाएगा---अभिनेश कुमार, एसई, पीडब्ल्यूडी।

किला पुल पर एक नजर-

  • दिल्ली हाईवे पर 1982 में बनाया गया था 581 मीटर लंबा ओवरब्रिज।
  • अभियंताओं की लापरवाही और देखरेख के अभाव में समय से पहले जर्जर हुआ ओवरब्रिज।
  • 25 अगस्त 2020 को सेतु निगम की टीम ने पुल पर सफर को खतरनाक माना था।
  • पिछले साल नवंबर में गुजरात के मोरबी में हादसे के बाद कमिश्नर ने कराया था सर्वे।
  • तीन दिन पहले काम हो चुका था पूरा, 15 साल बढ़ गई ओवरब्रिज की लाइफ।

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