संभल : बिना अनुमति धर्मस्थल निर्माण पर तनातनी, प्रधान के देवर सहित चार गिरफ्तार
आढ़ौल गांव में 1989 से चल रहा है धर्मस्थल निर्माण को लेकर विवाद, आपसी समझौते में तय की गई थी धर्मस्थल का निर्माण न करने की बात, शनिवार को मस्जिद का निर्माण शुरू करने पर आमने-सामने आए दोनों समुदाय के लोग
आढ़ौल गांव में विवाद को लेकर गिरफ्तार किए गए आरोपी।
संभल, अमृत विचार। हयातनगर थाना क्षेत्र के आढ़ौल गांव में पुराने समझौते को तोड़कर बिना अनुमति धर्मस्थल निर्माण को लेकर तनातनी के हालात बन गये। दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गये। बवाल होने से पहले ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाल लिए। पुलिस ने ग्राम प्रधान के देवर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

आढ़ौल गांव में 1989 में मंदिर व मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद के बाद प्रशासनिक मध्यस्थता में समझौता हुआ था। तय हुआ था कि कोई भी पक्ष धर्मस्थल निर्माण नहीं करेगा। मौके पर यथास्थिति रहेगी। शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अचानक मस्जिद का निर्माण शुरू कर दिया। हिंदुओं ने इसका विरोध किया। इसे लेकर तनातनी के हालात बन गये। दोनों समुदाय के लोगों के बीच गाली-गलौज होने लगी।
इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। इस पर थाना प्रभारी करम सिंह पाल भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंच गए। पुलिस ने टकराव को टालकर हालात को काबू में किया। कुछ ही देर में सीओ जितेंद्र सरगम भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने हिदायत दी कि शांति व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी। गांव में पुलिस बल तैनात कर कोई निर्माण न करने की चेतावनी दी गई है।
ग्राम प्रधान के देवर की शह पर शुरु हुआ था निर्माण
आढ़ौल गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मस्जिद का निर्माण शुरू कर माहौल बिगाड़ने के मामले में प्रशासन ने जांच की। पता चला कि ग्राम प्रधान अनीता देवी के देवर सुनील कुमार ने शह देकर निर्माण शुरू कराया था।
पुलिस ने दो सुमदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने के आरोप में ग्राम प्रधान के देवर सुनील कुमार के साथ ही धर्मस्थल निर्माण करने वाले रशीद, शाहिद व बब्लू हुसैन को भी गिरफ्तार कर लिया। इन सभी के खिलाफ 153 ए, 505 (2) व 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीओ जितेंद्र सरगम ने बताया कि किसी को भी माहौल खराब नहीं करने दिया जायेगा। विवाद में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गलतफहमी से हुआ विवाद
आढ़ौल गांव में एक समुदाय के लोग विवादित धर्मस्थल के निकट खाली पड़ी जमीन पर चारदीवारी कर रहे थे। दूसरे समुदाय के लोगों ने समझा कि धर्मस्थल का निर्माण किया जा रहा है। रात को इन लोगों ने ग्राम प्रधान से शिकायत की। आरोप है कि ग्राम प्रधान ने ही कहा कि तुम भी अपना निर्माण कर लो। इसके बाद ही विवाद हुआ।
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