महाराष्ट्र : रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों में झड़प, 20 लोगों को हिरासत में लिया गया
मुंबई। मुंबई के मालवानी इलाके में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के मामले में पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। झड़प बृहस्पतिवार रात मलाड (पश्चिम) उपनगर के मालवानी में उस समय हुई, जब राम नवमी का जुलूस निकाला जा रहा था और कुछ लोगों ने तेज आवाज में संगीत बजाने पर पर आपत्ति जताई। अधिकारी ने कहा, पुलिस ने अभी तक 20 लोगों को दंगा करने के आरोप में हिरासत में लिया है। उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि दो गुटों के बीच झड़प के दौरान पथराव किया गया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
अधिकारी के मुताबिक, हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया और पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कुछ स्थानीय राजनेता मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति की अपील की। अधिकारी ने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात कर स्थिति को नियंत्रित किया गया।
स्थिति नियंत्रण में, झड़प के सिलसिले में 7 संदिग्ध गिरफ्तार
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर के किराडपुरा इलाके में दो गुटों में हुई झड़प के बाद बुधवार आधी रात को हुए तनाव के मामले में शहर पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर सात संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चार से पांच सौ लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया और अपराधियों को पकड़ने के लिए आठ टीमों का गठन किया है। मारपीट में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान आज भी जारी रहेगा। तनाव के दौरान दंगाइयों ने पुलिस के 13 वाहनों सहित 16 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही झड़प के दौरान पथराव की घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और लोगों से किसी भी अफवाह पर विश्वास न करने की अपील की है।किराडपुरा के तनावग्रस्त इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के राजनीतिक नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। यूबीटी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत खैरे ने तनाव के लिए छत्रपति संभाजीनगर एआईएमआईएम इम्ताज जलील को जिम्मेदार ठहराया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तनाव के पीछे राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस मास्टरमाइंड हैं। हालांकि, राज्य के कैबिनेट मंत्री अतुल सावे और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत कराड सहित भाजपा नेताओं ने खैरे के आरोपों का खंडन किया और कहा कि खैरे ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है।
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की समस्या है क्योंकि यहां सरकार, पुलिस, गृह मंत्री का अस्तित्व नहीं है। कहां हैं CM व गृहमंत्री? संभाजीनगर में बेवजह दंगा इसलिए हुआ क्योंकि 2 अप्रैल को वहां महाविकास अघाड़ी की एक रैली है। यह सरकार प्रायोजित दंगा है।
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