बरेली: वन मंत्री की जिंदगी जोखिम डालने वाले अफसरों पर कार्रवाई एक-दो दिन में
एडीएम सिटी की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय कमेटी की जांच पूरी, आज कमिश्नर को देगी रिपोर्ट
बरेली,अमृत विचार। रामपुर बाग सबस्टेशन में फाल्ट लोकेटर मोबाइल वैन के डेमो के दौरान हुए जोरदार धमाके में वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार के बाल-बाल बचने की घटना में पावर कॉरपोरेशन के जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई का वक्त नजदीक आ गया है। एडीएम सिटी की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है और मंगलवार को अपनी रिपोर्ट कमिश्नर को सौंप देगी। यह रिपोर्ट शासन को भी भेजी जाएगी और वहीं से यह भी तय होगा कि अफसरों कितनी सख्त कार्रवाई होनी है।
अंडरग्राउंड लाइनों को चेक करने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से 80 लाख कीमत की फाल्ट लोकेटर मोबाइल वैन पावर कॉरपोरेशन को दी गई थी। पिछले सोमवार को इसके लोकार्पण के लिए वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार को बुलाया गया था। मशीन के लोकार्पण के बाद उसका डेमो दिखाने के लिए उन्हें कमिश्नर सौम्या अग्रवाल और डीएम शिवाकांत द्विवेदी के साथ रामपुर बाग सबस्टेशन ले जाया गया जहां डेमो के दौरान बेहद तंग स्विच यार्ड में जोरदार धमाका हो गया। इसमें वन मंत्री बाल-बाल बचे। उनके आगे खड़ा लाइनमैन गंभीर रूप से घायल हो गया था। कमिश्नर ने इस घटना की जांच के लिए एडीएम सिटी डॉ. आरडी पांडेय की अगुवाई में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की थी।
इस कमेटी ने जांच पूरी कर ली है। जांच प्रक्रिया के दौरान कमेटी ने बिजली विभाग के चार अधिकारियों समेत कुल सात लोगों के बयान दर्ज किए। ये सभी घटना के वक्त मौके पर मौजूद थे। इसके अलावा जांच कमेटी ने घटनास्थल का भी मुआयना किया। एडीएम सिटी ने बताया कि वह मंगलवार को जांच रिपोर्ट कमिश्नर को सौंप देंगे। सूत्रों के मुताबिक बिजली विभाग के अफसरों ने इस घटना के लिए एसई सिटी को जिम्मेदार बताया है। जांच कमेटी में स्मार्ट सिटी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर, स्मार्ट सिटी कंपनी के सीजीएम और विद्युत लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन शामिल हैं।
स्मार्ट सिटी के किसी अफसर ने नहीं दर्ज कराया बयान
रामपुर बाग सबस्टेशन में जिस वक्त हादसा हुआ था, उस वक्त वहां स्मार्ट सिटी के भी कई अफसर मौजूद थे लेकिन जांच के दौरान स्मार्ट सिटी के एक भी अफसर ने अपना बयान दर्ज नहीं कराया। हालांकि एडीएम सिटी ने सार्वजनिक नोटिस भी जारी कर 22 से 23 मार्च तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मौखिक या लिखित रूप से बयान दर्ज कराने की अपील की थी।
बिजली अफसरों ने नहीं की धमाके की जांच
रामपुर बाग सबस्टेशन में हुए धमाके की जांच के लिए पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर ने भी तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। इसमें अधीक्षण अभियंता बरेली ग्रामीण और पीलीभीत अधीक्षण अभियंता के साथ एक अधिशासी अभियंता को शामिल किया गया था लेकिन इस टीम ने जांच ही नहीं की। अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार चौरसिया ने बताया कि टीम में शामिल एक सदस्य का स्वास्थ्य खराब होने के कारण जांच शुरू नहीं हो सकी है।
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