हल्द्वानी: 1 अप्रैल से 303 सरकारी वाहन सड़कों से हो जाएंगे गायब
हल्द्वानी, अमृत विचार। 1 अप्रैल से शहर में 15 साल पुरानी सरकारी वाहन नहीं नजर आएंगे। इन सभी गाड़ियों को कबाड़ की श्रेणी में रखा जाएगा। प्रदेश भर में ऐसे वाहनों की संख्या 13 हजार आंकी गई है, जबकि शहर में ये संख्या 303 के करीब है।
15 साल से ऊपर हो चुके इन वाहनों को नीलामी में छोटे कबाड़ियों को शामिल नहीं किया जाएगा। बल्कि उन्हें शामिल किया जाएगा जिनके पास पर्याप्त संसाधन, तकनीकी टीम और पर्याप्त जगह होगी। इसमें अलग-अलग क्रम में 3 एकड़ जमीन का नियम भी बनाया गया है। इसके पहले 15 साल पुराने वाहनों को नीलाम कर दिया जाता था।
बोली लगने बाद कबड़ी खरीदकर इन वाहनों का मरम्मतीकरण करा कर दोबारा से उपयोग में ले आते थे। वहीं अधिकांश वाहन दूसरों को भी बेंच दिए जाते थे। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से जारी स्क्रैप पालिसी में निर्णय लिया गया था कि ऐसे वाहनों को स्क्रैप ही किया जाएगा। इन वाहनों के उपयोग से प्रदूषण की आशंका अधिक बढ़ जाती है, लेकिन इस दायरे में आने वाले सरकारी वाहनों का उपयोग सड़कों पर नहीं किया जाएगा।
जबकि निजी वाहनों को इस श्रेणी से अभी अलग ही रखा गया है। वहीं परिवहन विभाग के मुताबिक स्क्रैपिंग सुविधा के अंतर्गत ही पंजीकरण स्क्रैप कारोबारियों को ही इस नीलामी प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। जिसके चलते ऐसे लोगों की संख्या में कमी होने के चलते आवेदन मांगे जा रहे हैं। इधर आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि आवेदकों के लिए नियम और शर्ते लागू कर दी गई है, लोगों के आवेदन प्रक्रिया अभी चल रही है।
