मुरादाबाद : हड़ताल से सात मोहल्लों में बिजली का संकट, 40 हजार की आबादी ने झेली परेशानी

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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तहसील स्कूल, टाउन हाल बिजली घर से जुड़े मोहल्लों में सुबह से शाम तक गुल रही बिजली, 30- 40 हजार की आबादी को पूरे दिन झेलनी पड़ी दुश्वारी

मुरादाबाद, अमृत विचार। मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार के बाद बिजली कर्मियों की हड़ताल से शुक्रवार को उपभोक्ताओं को परेशानी झेलनी पड़ी। कई उपकेंद्रों से जुड़े मोहल्लों में बिजली का संकट पूरे दिन बना रहा। करीब 40 हजार की आबादी इससे प्रभावित हुई। शिकायतों के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। वहीं, हड़ताल के बीच कर्मचारियों ने अपनी मांग पूरी करने की आवाज उठाई। बिजली घरों में ताला लगाकर कर्मचारी हड़ताल पर रहे।

पुरानी पेंशन बहाली, प्रोन्नति, कैशलेस इलाज की सुविधा, संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने, बिजली कर्मचारियों व पेंशनरों को पूर्व की भांति रियायती बिजली दिए जाने, उत्तर प्रदेश विद्युत परिषद का पुनर्गठन समेत 14 सूत्री मांगों के लिए कर्मचारियों ने हड़ताल की है। गुरुवार की रात दस बजे से शुरु हुई हड़ताल के 24 घंटे से अधिक का समय बीतने से कई मोहल्ले में पावर कट होने पर लोग उसे ठीक कराने के लिए परेशान हुए।

 शुक्रवार को बिजली कर्मियों ने सभी शहर से लेकर ग्रामीण इलाके के सभी बिजली घरों में ताला डालकर सभी कार्य ठप कर दिया। सभी कर्मचारी, अधिकारी हड़ताल कर मांगों को पूरा किए जाने पर अड़े हैं। तहसील स्कूल बिजली घर से जुड़े मोहल्ले तंबाकू, कोहना, मुगलपुरा, चौकी हसन, मछली बाजार और टाउन हाल के मंडी चौक, ठठेरा मोहल्ले में बिजली गुल रही। समस्या सुबह 11 बजे से देर शाम तक बनी रही। इससे 30- 40 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। हालांकि, विभागीय अफसर बिजली की समस्या होने से इंकार कर रहे हैं। अधीक्षण अभियंता नगरीय संजय गुप्ता का कहना है कि कर्मचारियों के हड़ताल पर होने की वजह से तहसील और टाउन हाल बिजली घरों में बिजली की समस्या रही है। संविदा कर्मियों से इसे सही कराया जा रहा है।

जवाब दे गए इनवर्टर, पानी को भी तरसे लोग
तहसील स्कूल और टाउन हाल मोहल्लों में बिजली गुल रहने के बाद लोग इनवर्टर के सहारे हो गए, लेकिन इनवर्टर भी लंबे समय तक नहीं चल गए। उनका बैकअप भी जवाब दे गया। इनवर्टर के जवाब देने से लोगों को गर्मी में काफी दिक्कतें हुईं। यही नहीं, पानी को लेकर भी किल्लत हुई। लोग ताजे पानी को लेकर काफी परेशान रहे। टंकी में भरे पानी से ही किसी तरह से काम चलाया।

कार्रवाई की चेतावनी को लेकर चर्चाएं तेज
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांगें जल्द से जल्द पूरी की जाएं। सरकार को उनके हित में सोचना चाहिए। लिखित समझौते के बाद भी सरकार अपने वादे से मुकर रही है। वहीं, उर्जा मंत्री की ओर से हड़ताल में शामिल लोगों को बर्खास्त और एस्मा के तहत कार्रवाई की चेतावनी को लेकर भी हड़ताली कर्मचारियों के बीच इसकी चर्चा होती रही। सभा में एसडीओ सुशील कुमार, विक्रम सिंह, अजय कुमार यादव,उमेश कुमार, सदर कुमार, शिव ओम शर्मा, संजीव कुमार, पंकज सिंह, सतेन्द्र कुमार मौर्य, अवर अभियंता संजीव यादव, राकेश कुमार, यश कुमार ,अनिरूद्ध दूबे, अजीम, शौसिंह, जितेन्द्र सिंह, शाशिकान्त, अमित कुमार,अनूप ठाकूर,आलोक कुमार, मोहित आदि अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।


72 घंटे की हड़ताल चल रही है। अधिकारी अपना काम कर रहे हैं। आंशिक रूप से हड़ताल पर रहने वाले कर्मचारियों ने भी काम किया है। व्ययवस्था को सुचारू रखने का प्रयास है।- एनके मिश्र, मुख्य अभियंता विद्युत

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