हल्द्वानी: चढ़ते पारे के बीच बिजली खपत बढ़ने से कटौती हुई तेज
हल्द्वानी, अमृत विचार। गर्मी के चढ़ते पारे के बीच बिजली खपत में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जिसके चलते शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में कटौती का दौर शुरू हो गया है। बिजली कटौती का ये आलम है कि नियमित रूप से दो से तीन घंटे बिजली गुल रहती है। सबसे अधिक समय तक बिजली कटौती हीरानगर और दमुवाढूंगा में देखी जा सकती हैं। क्षेत्रवासियों के मुताबिक यही सब चलता रहा तो गर्मी के वक्त और अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
गर्मी के दस्तक के साथ ही बिजली की खपत भी बढ़ना तय है। मार्च महीने में ही बिजली की दस फीसदी तक खपत बढ़ गई है। वहीं क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति 16 मिलियन यूनिट तक दर्ज की गई है, जो गर्मी के वक्त में 22 मिलियन तक बिजली खपत होने की संभावना आकी गई है।
हल्द्वानी में औसतन तापमान 40 डिग्री तक पहुंच जाता है, उस वक्त लोगों के बीच में बिजली की खपत सबसे अधिक रहती है। लोग गर्मी से बचने के लिए कूलर और एयर कंडिशन का सबसे अधिक उपयोग करते है। जिससे बिजली की खपत भी बढ़ जाती है। दूसरी ओर शासन की ओर से नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे आपूर्ति निर्धारित किया गया है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में औसतन 2 से 3 घंटो तक बिजली कटौती चालू है।
त्योहार बीतते ही बिजली ने सताया
नियमित बिजली कटौती का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में दिन के करीब तीन से चार घंटे बिजली नदारद रहती है। जिसके चलते बड़ी आबादी को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बिजली गुल होने के साथ ही पेयजल और व्यवसायिक गतिविधियां भी प्रभावित होती है। लगातार कटौती के चलते आमजनों में ऊर्जा निगम के प्रति आक्रोश बना हुआ है।
बिजली की आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रूप से चालू रहेगी। मांग बढ़ने पर बिजली को खरीदने के लिए शासन के संज्ञान में बात लाई जा चुकी है। वहीं मांग के अनरूप ही आपूर्ति भी दुरूस्त किया जाएगा। -वीके पांडे, अधीक्षण अभियंता
