उमेश पाल हत्याकांड: फरार शूटरों पर ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित, 30 हजार मोबाइल नंबर रडार पर

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Published By Deepak Mishra
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प्रयागराज, अमृत विचार। उमेश पाल हत्याकांड के फरार चल रहे पांच आरोपियों पर इनाम राशि बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दी गई है। जिनकी पहचान होने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इनमें अतीक अहमद का बेटा असद भी है। सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की रडार पर 30 हजार मोबाइल नंबर हैं। 

अतीक अहमद गैंग से जुड़े 200 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा चुकी है। लेकिन, अब तक कुछ भी ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। यह जरूर पता चला है कि बदमाश वारदात के बाद दो घंटे तक प्रयागराज में ही थे। फिर बदमाश फॉर्च्यूनर से भागे हैं। फिलहाल, पुलिस की तरफ से ऐसी कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई। वहीं, अतीक के दोनों नाबालिग बेटे सुधार गृह में बंद है।

50 हजार था इनाम, अब ढाई-ढाई लाख रुपए किया
24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या में जिन 5 शूटरों की पहचान हुई है। उनमें अतीक का बेटा असद, शूटर गुडूड मुस्लिम, शूटर गुलाम, शूटर साबिर और शूटर अरमान हैं। हत्याकांड से जुड़े जो फुटेज पुलिस को मिले हैं या जारी किए गए हैं। इनमें इन सभी का चेहरा दिख रहा है। प्रयागराज पुलिस ने सभी शूटरों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया था। इनाम राशि को बढ़ाने के लिए शासन को पत्र लिखा गया था। इसके बाद डीजीपी डीएस चौहान ने इनाम राशि बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख रुपए कर दी है।

जानिए, क्या है पूरा मामला
24 फरवरी: धूमनगंज के जयंतीपुर में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी।
25 फरवरी: अतीक अहमद, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटों, गुलाम, साबिर समेत 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। घटना में प्रयुक्त कार चकिया से बरामद हुई थी।
26 फरवरी: गोरखपुर से सदाकात खान पकड़ा गया। इसके मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरे में ही हत्याकांड की पूरी रणनीति बनाई गई थी।
27 फरवरी को ड्राइवर अरबाज एनकाउंटर में गोली लगी। उसे अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। 
27 फरवरी को ड्राइवर अरबाज एनकाउंटर में गोली लगी। उसे अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

अतीक के करीबियों पर बुल्डोजर एक्शन, अब तक 3 मकान ध्वस्त किए
क्राइम ब्रांच और एटीएफ जहां हत्याकांड में शामिल शूटरों की तलाश में जुटी है। वहीं, प्रशासन और लोकल पुलिस का फोकस बुल्डोजर एक्शन पर है। अब तक अतीक 3 करीबियों पर बुल्डोजर एक्शन हो चुका है। 1 मार्च को चकिया के जिस घर में शाइस्ता परवीन रहती थीं। उसे ध्वस्त किया गया। यह घर जफर अहमद के नाम पर था। फिर 60 फीट रोड स्थित सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। इसके बाद, 3 मार्च को मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। मासूकउद्दीन को अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।

जानिए, कौन हैं शातिर पांच शूटर​​​​​​​
​​​​​​​​​​​​​​1. अतीक का बेटा असद: माफिया अतीक का बेटा असद उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। असद सीसीटीवी फुटेज में उमेश पाल को गोली मारते हुए नजर आ रहा है। इस पर इनाम की राशि बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। यह अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

2. बमबाज शूटर गुड्डू मुस्लिम: उमेश पाल की हत्या के दौरान गुड्डू मुस्लिम झोला में बम निकालकर फेंकता हुआ दिख रहा है। लाला का सराय निवासी गुड्डू मुस्लिम के खिलाफ जौनपुर, सुल्तानपुर और प्रयागराज में कुल 20 मुकदमे दर्ज हैं। 2005 में हुए राजू पाल मर्डर केस में वह आरोपी रहा। बम बनाने और फेंकने का एक्सपर्ट है। पुलिस की पकड़ से बाहर है।

3. शूटर गुलाम: उमेश पाल की हत्या में गुलाम टोपी पहनकर पिस्टल से फायरिंग करते हुए साफ दिख रहा है। गुलाम पर शिवकुटी के मेंहदौरी निवासी गुलाम पुत्र मकसूदन के खिलाफ शिवकुटी में जानलेवा हमला और धूमनगंज में उमेश पाल की हत्या का केस दर्ज है। गुलाम की फोटो पूर्व भाजपा विधायक समेत अन्य नेताओं के साथ वायरल है। फरार है।

4. शूटर साबिर: सल्लाहपुर पूरामुफ्ती का रहने वाला साबिर का आपराधिक इतिहास पुलिस के पास नहीं है। उमेश पाल पर राइफल से साबिर ने गोलियां चलाई थी। साबिर एनकाउंटर में मारे गए अरबाज के गांव का रहने वाला है। यह भी फरार है।

5. शूटर अरमान: गया, बिहार का रहने वाला अरमान सिविल लाइंस में रहता था। वह टोपी लगाकर उमेश पाल और गनर पर पिस्टल से फायरिंग करता है। सिविल लाइंस पुलिस ने उसे तमंचा रखने के आरोप में पहले भी जेल भेजा था। यह फरार है।

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