MSME Expo-2023 का उद्घाटन कर राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा बोलें- कानपुर की तरह झांसी में भी खुलेगा टूल रूम
कानपुर में राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा ने एमएसएमई एक्सपो-2023 का उद्घाटन किया।
कानपुर में राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा ने एमएसएमई एक्सपो-2023 का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कानपुर की तरह झांसी में भी टूल रूम खुलेगा।
कानपुर, अमृत विचार। केंद्रीय एमएसएमई राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा ने बताया कि कानपुर की तर्ज पर सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर झांसी में भी बनाने की योजना है। टूलरूम टेक्नोक्रेट्स के मस्तिष्क को विकसित करता है जो नवीन विचार को सोचते हैं और उन्हें जमीन पर उतारने का प्रयास करते हैं। वर्मा ने बताया कि कानपुर का टूलरूम जल्द ही शुरू होगा। नियुक्तियों की औपचारिकता पूरी की जा रही हैं। टूलरूम संचालित होने के बाद कानपुर एमएसएमई को नयी दिशा मिलेगी।
वेंडर विकास कार्यक्रम में भाग लेने आए केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा फजलगंज में एमएसएमई एक्सपो-2023 का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एमएसएमई विकास को लेकर चिंतित हैं। हालिया बजट में एमएसएमई को दी गयी 2 लाख करोड़ की कर्ज़ गारंटी योजना और दूसरे फुटकर लाभों से इस क्षेत्र में जान पड़नी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जीडीपी में महती योगदान देने वाला यह क्षेत्र 11 करोड़ रोजगार देता है जो कुल रोजगार का 20 प्रतिशत से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कोष में 9,000 करोड़ रुपये डालकर चुस्त दुरूस्त कर्ज़ गारंटी योजना एक अप्रैल 2023 से शुरू होगी। इससे वे 2 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त जमानत मुक्त और गारंटीशुदा कर्ज़ पाएंगी। कर्ज़ की
लागत करीब एक प्रतिशत घटाई जाएगी
केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा ने कहा कि क्रयनीति से यह सेक्टर पनपेगा। इसके तहत उपक्रम इसी सेक्टर से जरूरत की चीजें खरीदेंगे। एसएमएसई सेक्टर से 25 फीसदी सामान्य उद्यमी, चार फीसदी अनुसूचित जाति तथा तीन फीसदी महिला उद्यमियों से उत्पाद खरीदे जाएंगे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाला समय एमएसएमई (मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्यम) सेक्टर का होगा। एफएफडीसी के सहायक निदेशक भक्ति विजय शुक्ला ने बताया कि उद्यमियों में प्रदर्शनी को लेकर काफी उत्साह देखा गया।
केंद्र की एमएसएमई प्रोत्साहन नीति चर्चा में रही
इससे पूर्व एमएसएमई निदेशक वीके वर्मा ने मुख्य अतिथि एमएसएमई राज्य मंत्री भानुप्रताप वर्मा व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर सुरेश मीना, श्याम सिंह सिसोदिया, अनिल बहुगुणा आदि ने भी संबोधित किया। एमएसएमई एक्सपो में कुल 60 के करीब स्टाल लगाए गए थे। इनमें बैंक, एफएफडीसी, एचएएल, एलिम्को समेत अन्य उद्यमियों ने भी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी थी। यूपी सरकार के औद्योगिक परिदृश्य पर संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला, यूपी के आ्रयात निर्यात का वर्तमान परिदृश्य पर संयुक्त महानिदेशक विदेश व्यापार, अमित कुमार, इंडियन आयल के महाप्रबंधक आलोक गुप्त , एचएएल के डिप्टी जीएम एससी मीणा ने विचार व्यक्त किए। सहायक निदेशक एमएसएमई एके पांडे ने धन्यवाद दिया।
देश में 3 करोड़ एमएसएमई हैं
एक जानकारी के अनुसार भारत में करीब 3 करोड़ बहुत छोटे, छोटे या मध्यम उद्यम हैं जिनमें 11.10 करोड़ लोग काम करते हैं। सूत्रों के मुताबिक इनमें हजारों तो कोविड19 महामारी के दौरान ताले डालने को मजबूर हो गए। सबसे ज्यादा असर रिटेल, हॉस्पिटैलिटी और तथा टूरिज्म सरीखे सम्पर्क आधारित क्षेत्रों पर पड़ा।
नहीं दिखे शहर के उद्यमी
एमएसएमई के इस कार्यक्रम में शहर के मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्यमियों की संख्या काफी कम दिखायी पड़ी। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, प्रोविंसियल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, कोपेस्टेट व अन्य औद्योगिक आस्थानों से जुड़े उद्यमी नदारत रहे। आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने बताया कि उन्हें सूचना नहीं मिली। अन्य उद्यमियों ने कमोबेश यही बात कही।
