मध्य प्रदेश के सरकारी चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त
भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी चिकित्सकों ने पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार सुबह से शुरू की गई अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल चंद घंटों में ही समाप्त कर दी। मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा उनकी पदोन्नति सहित अन्य मांगों पर एक उच्चस्तरीय समिति का गठन कर विचार करने के आश्वासन के बाद चिकित्सकों ने यह ऐलान किया।
सारंग ने ट्वीट किया, ‘‘चिकित्सकों की हड़ताल खत्म हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज चिकित्सा महासंघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। हमने यह निर्णय लिया है कि महासंघ की समस्त मांगों को लेकर उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा।’’
आज चिकित्सा महासंघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। हमने यह निर्णय लिया है कि महासंघ की समस्त मांगों को लेकर हाई पॉवर समिति का गठन किया जायेगा। pic.twitter.com/zcLaZXaI1C
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) February 17, 2023
सारंग ने आगे लिखा, ‘‘यह समिति चिकित्सकों की मांगों को लेकर विचार कर सरकार के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। सरकार समिति द्वारा दिये गये सुझावों पर विचार कर समय सीमा में निर्णय लेगी।’’ सारंग से मिलने के बाद चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की।
एसोसिएशन ऑफ मेडिकल ऑफिसर्स (मेडिकल एजुकेशन मध्यप्रदेश) के अध्यक्ष संजीव जयंत ने कहा, ‘‘हां, हमारे महासंघ ने इस अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त कर दिया है।’’ इससे एक दिन पहले मध्यप्रदेश के लगभग 16,000 सरकारी चिकित्सकों ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक दो घंटे के लिए काम बंद भी किया था और ‘‘उनके काम और पदोन्नति में नौकरशाही हस्तक्षेप’’ का विरोध जताया था।
चिकित्सकों के अनुसार मध्यप्रदेश देश का एकमात्र राज्य है जो सरकारी डॉक्टरों की पदोन्नति के लिए बनाई गई ‘डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (डीएसीपी)’ योजना का पालन नहीं कर रहा है।
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