Chitrakoot: फिर सुर्खियों में आया वन स्टाप सेंटर कर्वी का मामला, महिला ने DPO समेत तीन पर लगाया प्रताड़ित का आरोप

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Published By Kanpur Digital
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चित्रकूट का कर्वी वन स्टाप सेंटर आया सुर्खियों में।

चित्रकूट का कर्वी वन स्टाप सेंटर फिर सुर्खियों में आया। महिला ने डीपीओ समेत तीन पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।

चित्रकूट, अमृत विचार। वन स्टाप सेंटर कर्वी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। सीतापुर चौकी निवासी एक महिला ने मंगलवार को कई समाजसेवियों के साथ कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन दिया। इसमें महिला ने जिला प्रोबेशन अधिकारी, वन स्टाप सेंटर के सामाजिक कार्यकर्ता पर उससे छेड़छाड़ और उत्पीड़न करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। 

महिला ने बताया कि वह वन स्टाप सेंटर में केस वर्कर है। उसका कार्यालय एक गांव में है। आरोप लगाया कि उससे जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा व सामाजिक कार्यकर्ता संजय श्रीवास्तव प्रतिदिन छेड़छाड़ करते हैं। इच्छापूर्ति न करने पर सेवामुक्त कराने की धमकी देते हैं। बताया कि छह सितंबर को संजय श्रीवास्तव के माध्यम से डीपीओ ने कार्यालय कक्ष में बुलाया और गलत बातें कीं। उससे अश्लील हरकतें कीं। किसी तरह से भाग कर उसने अपने को बचाया।

आरोप लगाया कि प्रमोशन के नाम पर डीपीओ द्वारा उससे दो लाख रुपये भी लिए जा चुके हैं। उसने आरोप लगाया कि संजय उसको घर आनेजाने के दौरान इच्छापूर्ति के लिए दबाव डालता है। डीएम को भेजे पत्र में महिला ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की तो डीपीओ ने नौ सितंबर 22 को इसको निलंबन आदेश थमा दिया और इसके बाद भी उन लोगों का उसके साथ अशोभनीय व्यवहार जारी रहा। उसने दावा किया कि इस संबंध में उसके पास मोबाइल रिकार्डिंग भी है।

उसने मंगलवार को हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों ने पीड़ित महिला के साथ कलेक्ट्रेट जाकर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। महिला ने इन लोगों से जानमाल का खतरा बताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। संगठन के पदाधिकारियों शिवेंद्र प्रताप सिंह, सुशांत मिश्रा राजदीप परौंहा, सूर्यभान सिंह, महेश, विमल सिंह आदि ने कहा है कि अगर इस मामले में पांच दिन के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। 

एडीएम बोलीं, जांच होगी

उधर, इस संबंध में एडीएम वंदिता श्रीवास्तव ने कहा कि तीन महीने पहले महिला की शिकायत आई थी पर उसमें उसने अपने साथ छेड़खानी आदि का जिक्र नहीं किया था। अगर अब उसने ऐसी शिकायत की है तो आरोपियों की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी। 

मेरा लेना देना नहीं- जिला प्रोबेशन अधिकारी

उधर, इस संबंध में जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा ने खुद को इस मामले से पूरी तरह अलग किया। उन्होंने कहा कि एक वन स्टाप सेंटर के कर्मचारी के साथ उनको भी आरोपी बनाया जाना उनके लिए बहुत अपमानजनक है। बताया कि इस व्यक्ति की पहले भी शिकायतें आई हैं। वह जांच कराएंगे और अगर दोषी पाया गया तो इसको नौकरी से निकालने तक की कार्रवाई की जाएगी। 

आरोप निराधार- संजय श्रीवास्तव

वन स्टाप सेंटर के सामाजिक कार्यकर्ता संजय श्रीवास्तव ने भी अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को गलत बताया। कहा कि सब कुछ फर्जी है। उनका लेना देना नहीं है। पहले के प्रार्थनापत्र में महिला ने इस तरह के आरोप नहीं लगाए थे। ऐसे में यह साबित होता है कि सब मनगढ़ंत है।

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