मुरादाबाद : करूला के हजारों लोग अतिरिक्त यात्रा को मजबूर, कहा- प्रशासन को करनी चाहिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था
प्रशासन को कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि पुल पर मरम्मत कार्य भी होता रहे और लोग आवाजाही भी कर लें
लोनिवि द्वारा डबल फाटक पुल बंद होने की लगाई गई सूचना
मुरादाबाद, अमृत विचार। करूला क्षेत्र की लगभग तीन लाख की आबादी को शहर से जोड़ने वाले डबल फाटक पुल पर 15 दिनों से मरम्मत का कार्य चल रहा है। लेकिन, बिना वैकल्पिक व्यवस्था के पुल को मरम्मत के लिए बंद करने से लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। सबसे ज्यादा दिक्कतें पैदल चलने वालों को है। लोगों को तीन किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि पुल को तीन महीने के लिए बंद किया गया। इसलिए प्रशासन को कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।
संभल फाटक पुल से प्रतिदिन करूला क्षेत्र के दस सराय, भदौड़ा, रहमत नगर, जयंतीपुर, इस्लामनगर, मियां कालोनी, पीर का बाजार, जाहिद नगर, लाल नगरी, मीना नगर, टीचर कालोनी समेत अन्य इलाकों में रहने वाली लगभग तीन लाख की आबादी के अलावा कुंदरकी, बिलारी, चंदौसी, मैनाठेर व संभल के लोग भी शहर में आवाजाही करते हैं। लेकिन, जब से पुल बंद हुआ है तब से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
करूला के लोग शहर में आने के लिए कोहिनूर तिराहा, पंडित नगला बाईपास व हनुमान मूर्ति होते हुए शहर ही ओर आ रहे है। जिसके कारण लोगों को तीन किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। शहर तहसील स्कूल के रहने वाले मुनव्वर सैफी का कहना है कि उनका कारखाना करूला में है। पुल बंद होने से उन्हें रोजाना आने-जाने के लिए छह किलोमीटर लंबा रास्ता अपना पड़ता है। उनका कहना है कि जब तक पुल पर मरम्मत कार्य चल रहा है। जब तक के लिए प्रशासन को कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि पुल पर मरम्मत कार्य भी होता रहे और लोग आवाजाही भी कर लें। जिससे हम लोग आसानी से आ- जा सकें।

पाबंदी के बावजूद जान जोखिम में डाल ट्रैक पार कर रहे लाेग
करूला से शहर की ओर आने वाले लोगों का कहना है कि पुल बंद है, ऐसे में हम कहां से निकलकर जाएं। इसलिए मजबूरी में हमें जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करना पड़ रहा है। इतना नहीं रेलवे लाइन पार करते समय आरपीएफ के जवानों की लाठी भी झेलनी पड़ती है। वहीं आरपीएफ के जवानों का कहना है कि पूरा दिन रेलवे ट्रैक पार करने वाले लोगों का मेला लगा रहता है। मना करने के बाद भी लोग नहीं मानते है और आंख बचते ही किसी तरह दीवार फांदकर निकल जा रहे हैं।
रास्ते में दो जगह आधा घंटा जाम में फंस रहे लोग
करूला के रहने वाले मोहम्मद नाजिम ने बताया कि वह ईदगाह स्थित निर्यात फर्म में काम करते हैं। पहले वह पुल के जरिए आसानी से ईदगाह पहुंच जाते थे। लेकिन, अब उन्हें ईदगाह पहुंचने में ही एक घंटा लग जाता है। नाजिम ने बताया कि जब रहमत नगर से अपनी स्कूटी से निकलते है तो पहले तो कोहिनूर तिराहे पर जाम मिलता है। जैसे-तैसे करके यहां से निकलते है तो फिर पंडित नगला रेलवे क्रासिंग बंद होने पर यहां भी जाम मिल जाता है। दोनों जगह जाम में फंसने से उनका आधा घंटे का समय बर्बाद होता है।
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