देहरादून: उत्तराखंड में मिशन ड्रग्स फ्री देवभूमि का महाभियान
मुख्यमंत्री धामी ने सुद्धोवाला जेल में कार्यशाला को किया संबोधित
कहा- सरकार की स्थायी नीति में 160 बंदियों की रिहाई पर विचार
देहरादून, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सुद्धोवाला जेल में मिशन ड्रग्स फ्री देवभूमि कार्यशाला को आरंभ किया। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में मिशन ड्रग्स फ्री देवभूमि महाभियान चलाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, सरकार ने जेलों में निरूद्ध आजीवन कारावास के बंदियों की समयपूर्व मुक्ति की पारदर्शी स्थायी नीति बनायी है, जिससे 14 साल की सजा पूरी करने पर बंदी रिहाई का पात्र हो जाएगा। इस नीति के अंतर्गत इस समय 160 बंदियों की रिहाई पर विचार किया जा रहा है। कैदी अपने परिजन की मृत्यु होने पर उसके अंतिम संस्कार से वंचित रहते थे। सरकार द्वारा अन्य राज्यों की अपेक्षा आसान पैरोल व्यवस्था बनायी गई है। सरकार ने बंदी के परिजन की मृत्यु पर अंतिम संस्कार हेतु तत्काल 24 घंटे का पैरोल तथा मृत्यु उपरान्त संस्कारों हेतु 15 दिन के पैरोल की व्यवस्था की है।
हर आम और खास दे योगदान
सीएम धामी ने कार्यशाला में प्रदेशवासियों विशेषकर युवाओं से आह्वान किया कि सरकार ने देवभूमि उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक ड्रग्स फ्री बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प सिद्धि के लिए सरकार के साथ ही समाज, युवाओं, एनजीओं, सेलिब्रिटिज, सफल लोगों व विभिन्न सामाजिक-शैक्षणिक संस्थानों को आगे आना होगा और इस अभियान को महाअभियान बनाना होगा। इस जन अभियान में प्रत्येक उत्तराखण्डवासी का योगदान महत्वपूर्ण है। युवा किसी भी प्रकार के नशे को दृढ़ता से ना कहें तथा अन्य लोगों को भी नशे के दुष्प्रभाव के विषय में जागरूक करें।
लोकार्पण के साथ कई घोषणाएं
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिला जेल में बेकरी यूनिट का लोकार्पण किया। कारागार विभाग के नाम को परिवर्तित करते हुये 'कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा' करने एवं 'बंदी गृह' के स्थान पर 'बंदी सुधार गृह' करने की घोषणा की। कारागार विभाग में पृथक सुधार सेवा के रूप में करैक्शनल सर्विस विंग का गठन करने, बंदी कल्याण कोष का गठन करते हुए कोष में एकमुश्त 1 करोड़ रुपये बजट का प्राविधान करने, बंदीरक्षक संवर्ग को मासिक पौष्टिक आहार भत्ता 1 हजार करने, संवर्ग को वर्दी भत्ता अनुमन्य करने, बंदी प्रशिक्षण एवं पुर्नवास हेतु जिला जेल में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम हेतु प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने जेल में संचालित कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र, कारागार अलंकार प्रदर्शनी, महिला बन्दियों द्वारा हस्तनिर्मित प्रदर्शनी, व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया। कैदियों से उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा उन्हें सकारात्मक सोच अपनाने को कहा। मुख्यमंत्री ने कारागार से संचालित दून जेल रेडियों के माध्यम से अपना संदेश दिया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर, आईजी जेल विमला गुंज्याल, विशेष सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल, सुभारती मेडिकल कॉलेज से डा. प्रशान्त भटनागर, डा. तपस्या राजलक्ष्मी शाह तथा जेल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें: हल्द्वानी: एसटीपी का ट्रायल हुआ खत्म, प्रतिदिन हो रहा 10-12 मीट्रिक लीटर सीवर ट्रीट
