अयोध्या : पति का साया उठा अब पारिवारिक पेंशन के भी लाले
अमृत विचार, अयोध्या। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता व संवेदनहीनता के चलते एक विधवा को पति की मौत के बाद पारिवारिक पेंशन के लाले पड़े हैं। संस्कृत विद्यालय में कार्यरत शिक्षक की सेवाकाल में मृत्यु के बाद न तो विभाग से उसे पेंशन का लाभ मिल रहा है और न ही मृतक आश्रित में अनुकम्पा के आधार पर नौकरी ही दी गयी है। पेंशन व नौकरी के लिए विधवा को अपने मासूम बच्चों के साथ शिक्षा भवन के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
अयोध्या के श्रीराम चरण संस्कृत उ.मा. विद्यालय रामघाट में कार्यरत रहे बृहस्पति पाण्डेय की 23 नवम्बर 2021 को मृत्यु हो गयी थी। पति की मौत के बाद से संजना पाण्डेय पारिवारिक पेंशन सहित अन्य देयकों के भुगतान के लिए उप शिक्षा निदेशक कार्यालय जा रही है। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ पाण्डेय गुट के मंडलीय मंत्री उदय नारायण तिवारी ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर उप शिक्षा निदेशक तक की है।
उदय नारायण तिवारी का कहना है कि पेंशन प्रकरण पर आधारहीन, आपत्ति लगाकर उसे बाधित किया गया। आपत्ति का निवारण 25 मई 2022 को हो गया है। लेकिन 8 माह बाद भी आज तक विधवा को न तो पेंशन स्वीकृत की गयी और न ही ग्रेच्युटी व मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति ही दी गयी। इस बारे में उप शिक्षा निदेशक आनंदकर पाण्डेय का कहना है कि सम्बन्धित पेंशन प्रकरण में कुछ अभिलेखों की कमी थी। जल्द ही प्रकरण का निस्तारण कराकर पेंशन जारी की जाएगी।
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