हिमाचल में सभी परियोजनाएं समयबद्ध पूरा करने का निर्देश: हर्षवर्धन चौहान
शिमला। हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और सभी परियोजनाएं समयब़द्ध पूरा करने का निर्देश दिए गये हैं। चौहान ने राज्य की सभी औद्योगिक परियोजनाओं, खनन और राज्य औद्योगिक विकास निगम(एचपीएसआईडीसी) की गतिविधियों की एक बैठक में समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिये।
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उन्होंने उद्योग विभाग को राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए विशाल भू-बैंक की तत्काल आवश्यकता है, इसलिए भूमि हस्तांतरण के मामलों को शीघ्र निपटाने के लिए उचित प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद बदलते वैश्विक परिदृश्य में विनिर्माण का एक बहुत बड़ा भाग चीन से विश्व के अन्य हिस्सों में स्थानांतरित हो रहा है।
इसलिए निवेश आकर्षित करने के दृष्टिगत विभाग को उदार और निवेशक हितैषी नीतियों के साथ-साथ सम्भावित निवेशकों के साथ सकारात्मक संवाद स्थापित करना चाहिए। ‘ईज ऑफ डूइंग‘ बिजनेस को प्रभावी बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी स्वीकृतियों एवं अनापत्तियों के लिए एक छत प्लेटफॉर्म बनाने और सभी विभागों के नियमों और विनियमों का अध्ययन करने के बाद प्राथमिकता के आधार पर इन्वेस्ट ब्यूरो डाक्यूमेंट तैयार करने के भी निर्देश दिए।
उद्योग मंत्री ने कहा कि नीति समर्थन, जागरुकता और विस्तृत कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य में ग्रामीण उद्यमों को प्रोत्साहित करने की संभावना भी तलाशी जानी चाहिए। राज्य में स्टार्ट-अप कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य के अधिक से अधिक तकनीकी संस्थानों को जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों से नियमित संवाद पर विशेष बल दिया जाए और युवाओं के लिए ऐंजल इन्वेस्टर फंड जुटाने का प्रयास किया जाएं।
उन्होंने राजस्व बढ़ाने और अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए 15 दिनों के भीतर स्पष्ट रूपरेखा तैयार करने तथा फील्ड अधिकारियों को राजस्व चोरी एवं अवैध खनन गतिविधियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
इससे पूर्व, उद्योग विभाग के निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि विभाग की संगठनात्मक संरचना,औद्योगिकीकरण, वर्तमान में जारी खनन गतिविधियां, समग्र औद्योगिक परिदृश्य, भू-बैंक, सभी लम्बित परियोजनाएं जिन पर वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2019 के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे और प्रमुख कार्यक्रम जैसे मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, एमएसएमई क्लस्टर परियोजनाएं, प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइसिस और राज्य खाद्य मिशन कार्यक्रम पर काम चल रहा है। बैठक में आगामी औद्योगिक इन्फ्रा परियोजनाओं, मेडिकल डिवाइसिस पार्क और बल्क ड्रग फार्मा पार्क पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
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