Kanpur Zoo में सात महीने बाद खुला जंगल सफारी, झील में रंग बिरंगे पक्षी दर्शकों को खूब लुभा रहे
कानपुर में सात महीने बाद जंगल सफारी खुला।
कानपुर में सात महीने बाद जंगल सफारी खुला। जून से जंगल सफारी बंद था। झील में रंगे बिरंगे पक्षियों की मौजूदगी दर्शकों को आकर्षक कर रहा।
कानपुर, अमृत विचार। प्राकृतिक जंगल का नजारा देखने का मन बना रहे हैं तो प्रदेश के सबसे बड़े चिड़ियाघर में आपका स्वागत है। प्राणी उद्यान में शनिवार से जंगल सफारी दर्शकों के लिए खोला गया। सात महीने बाद सफारी खुल गई, लेकिन इन दिनों झील में विदेशी व रंग बिरंगे पक्षियों की मौजूदगी से सफारी का जो नजारा है वह दर्शकों को काफी आकर्षक कर रहा।
पिछले साल जून में बारिश के चलते सफारी बंद कर दी गई थी। सफारी में जलीय जीवों को देखने के लिए पगडंडी पर भी दर्शक चलते हैं। जिससे मगरमच्छ, तरह-तरह की मछलियां, कछुआ और अन्य जीव का प्राकृतिक स्वभाव देख दर्शक रोमांचित होते हैं।
ठंड अधिक होने की वजह से हिमालयों और विदेशों से विचरण करने कानपुर आने वाले अधिकांश पक्षी जंगली वातावरण के कारण चिड़ियाघर के सफारी आते हैं। रंग बिरंगे और खूबसूरत दिखने वाले यह पक्षी आकर्षण का केंद्र बनते हैं। इसके अलावा सफारी में जंगल जैसा ही वातावरण हैं, जिन्हें देख दर्शक बेहद लुत्फ भी उठाते हैं।
ये पक्षी खूबसूरत झील में देख सकेंगे। करीब चार किमी क्षेत्रफल में फैले इस सफारी के जंगल में घूमने के लिए पत्थर बिछे हुए हैं। जिन पर चलकर आपको जंगल के प्राकृतिक वातावरण का अनुभव होगा।
बाघ देख रोमांचित हुए दर्शक
- शनिवार को धूप खिलने पर प्राणी उद्यान के जानवर भी मस्ती के मूड़ में दिखे। धूप में कोई करतब तो कोई मस्ती से दर्शकों को लुभा रहा था। बाघ की दहाड़ ने भी खूब रोमांचित किया। पशु चिकित्सक डॉ. नासिर बताते हैं कि धूप खिलने पर जानवर भी खुलकर खेलते हैं।