Joshimath: अब सिर्फ निहारना ही मजबूरी, प्रशासन ने लगाया 'UNUSABLE’ का पोस्टर

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Published By Shobhit Singh
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चमोली (जोशीमठ), अमृत विचार। उत्तराखंड के जोशीमठ में ना केवल जमीन सरक रही है, बल्कि मकानों के साथ यहां के वाशिंदों के सपने भी दरक रहे हैं। शनिवार को सर्वे करने पहुंचे इंजीनियरों की टीम ने जर्जर हो चुके इमारतों को चिन्हित कर उनकी दीवारों पर ‘UNUSABLE’ का पोस्टर लगा दिया। लोग दूर खड़े होकर अपने घरों को निहार तो रहे थे, लेकिन हालात के मारे ये लोग फूट फूट कर रोने के अलावा कुछ नहीं कर पाए। इंजीनियरों की टीम ने शनिवार दो दर्जन से अधिक इमारतों पर इस तरह के पोस्टर लगाए हैं।

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खतरा बेकाबू हो रहा 

बता दें कि जोशीमठ में आपदा का दौर अभी जारी है। आज ही मनोहर बाग में जमीन सरकने और दरार आने का मामला सामने आया है. इसके चलते एक गोशाला भरभराकर गिर गई। इस सूचना पर सर्वे करने पहुंचे पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने भी माना कि खतरा बेकाबू हो रहा है। जोशीमठ को बचाना बहुत बड़ा चैलेंज है। स्थिति हाथ से निकलती जा रही है। दूसरी यह सब देख और सुनकर स्थानीय लोग दूर खड़े होकर केवल आशूं ही बहा पा रहे हैं। 

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मूल्यांकन रिपोर्ट सरकार को जा रही भेजी


सीबीआरआई के मुख्य अभियंता डॉ. अजय चौरसिया ने बताया कि जिन घरों में दरार आने की सूचना मिली है, उनके बाहर मीटर नाप कर मूल्यांकन रिपोर्ट उत्तराखंड सरकार को भेजी जा रही हैं। इसके हिसाब से ही एक प्रशासनिक योजना तैयार हो सकेगी।

एक बार फिर से जोशीमठ बसाने की योजना

हालात को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ को एक बार फिर से बसाने की योजना तैयार की है। इसके लिए मौजूदा जोशीमठ के आसपास में ही चार स्थान चिन्हित किए गए हैं, जहां नए शहर की बसावट की जाएगी। नए शहर के बसने तक राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए अस्थाई तौर पर रहने खाने का इंतजाम किया है। इसके एवज में सभी प्रभावितों को सरकार की ओर से एक राहत राशि दी जाएगी। 

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