तकनीकी क्रांति का दौर है, सोशल मीडिया का उपयोग करें
मुख्यमंत्री ने की आगरा, सहारनपुर, आजमगढ़, झांसी और मुरादाबाद मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सांसद, विधायकगणों को सोशल मीडिया के मंच का उपयोग करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि तकनीकी क्रांति के इस दौर में सोशल मीडिया, संवाद का बेहतरीन माध्यम बन कर उभरा है। सभी सांसद, विधायकगणों को इसका उपयोग करना चाहिए। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं, औद्योगिक नीतियों, रोजगारपरक कार्यक्रमों के बारे में सकारात्मक भाव से सोशल मीडिया मंच पर अपनी राय रखनी चाहिए। जनता से संपर्क-संवाद बनाने में यह मंच अत्यंत उपयोगी है।
मुख्यमंत्री, मंगलवार को लोकभवन में मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के सांसद व विधायकगणों के साथ क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को क्षेत्रीय जनभावनाओं से अवगत कराया, जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल निर्णय के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया।
बैठक के दौरान योगी ने कहा कि 10-12 फरवरी तक उप्र. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। इस खास आयोजन के मद्देनजर देश-दुनिया के निवेशकों को आमंत्रित करने गई 'टीम यूपी' को हर जगह उद्योग जगत की ओर से 12 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। यह समिट ऐतिहासिक होने जा रहा है। वर्ष 2027 तक प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में यह इन्वेस्टर्स समिट सहायक होगा।
योगी ने यहां बताया कि मथुरा में ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन कर ब्रज क्षेत्र का विकास हमारी प्राथमिकता में है। ब्रज क्षेत्र में 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के सुदृढ़ीकरण की कार्ययोजना को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। परिक्रमा पथ से जुड़े गांवों में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए जनप्रतिनिधियों को भी प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनभावना का सम्मान करते हुए आगरा में छत्रपति शिवाजी स्मारक की स्थापना कराया जाना चाहिए। यह भी बताया कि थाना व तहसील दिवसों पर आने वाली शिकायतों का समय-सीमा के भीतर निस्तारण हो। मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर से इसकी समीक्षा की जा रही है।
हाथरस और कासगंज में जल्द खुलेगा मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अलीगढ़ मंडल (अलीगढ़, एटा, कासगंज और हाथरस) के सांसद व विधायकगणों के साथ भी क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथरस की हींग और आयुर्वेदिक दवा उद्योग और एटा की कॉफी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। जनप्रतिनिधि के रूप में हमें अपनी इन खूबियों की ब्रांडिंग करनी चाहिए।
एटा में बनी घंटियां पूरी दुनिया के मठ-मंदिरों को गुंजायमान करती हैं। तकनीक के इस दौर में जबकि हम ऊर्जा संरक्षण के लिए संकल्पित हैं, तब हमें इस उद्योग को भी इस संकल्प से जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज, लक्ष्य की शृंखला में कासगंज और हाथरस में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी। वहीं, कासगंज के तीर्थ धाम सोरों जी शूकर क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए शासन स्तर से योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जा रहा है। अलीगढ़ स्मार्ट सिटी परियोजना पर भी तेजी से काम हो रहा है। अलीगढ़ के हार्डवेयर उद्योग के संवर्धन के लिए सरकार योजनाबद्ध ढंग से काम कर रही है। इसका सीधा लाभ व्यवसायियों को मिल रहा है। यहां के ताला उद्योग को नई तकनीक से जोड़कर और बेहतर बनाया जाएगा।
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