Kanpur Unnao MLC Election : भाजपा में खलबली, दिवाकर खेमे का दिल्ली में डेरा
Kanpur Unnao MLC Election कानपुर उन्नाव शिक्षक चुनाव को लेकर भाजपा में खलबली।
Kanpur Unnao MLC Election कानपुर उन्नाव शिक्षक चुनाव को लेकर भाजपा में खलबली।अधिकृत प्रत्याशी वेणुरंजन भदौरिया के लिए मुश्किलें खड़ी करने में जुटे।
कानपुर, अमृत विचार। भारतीय जनता पार्टी ने उन्नाव निवासी वेणुरंजन भदौरिया को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। वेणु अपने समर्थकों के साथ मंगलवार को नामांकन पत्र के सेट लेने कानपुर आए थे। भाजपा से प्रत्याशिता को लेकर खींचतान जारी है। पार्टी नेतृत्व को तीन बार अपना फैसला बदलना पड़ा।
अंत में वेणुरंजन भदौरिया के नाम पर मुहर लगी। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 16 जनवरी है। एक दावेदार ने तो दिल्ली में डेरा डाल दिया है। कानपुर-उन्नाव-कानपुर देहात शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार भाजपा ने प्रत्याशी वेणु के रूप में उतारा है।
वेणुरंजन भदौरिया के नाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुहर पहले ही लगायी जा चुकी थी। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने उन्हें दो महीने पहले तैयारी करने का सिगनल दे दिया था। बाद में संघ के कानपुर प्रांत के पदाधिकारियों ने भी जब कार्यक्रमों में दबी जुबान से वेणु का नाम लिया तो यह मान लिया गया कि कानपुर-उन्नाव-कानपुर देहात शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से वेणु ही भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं।
सोमवार को उन्हें अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। उनकी पारिवारिक पृष्टभूमि भी संघ की रही है। उनके पिता वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र भदौरिया की संघ से निष्ठा जगजाहिर है।
विधान परिषद के इस निर्वाचन क्षेत्र से प्रमुख रूप से तीन लोग ऐसे थे जिनका नाम भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में चर्चा में आया। पहला नाम 1992 से लगातार निर्वाचित होते आए विधान परिषद सदस्य राजबहादुर चंदेल दूसरा डा.दिवाकर मिश्रा और तीसरा वेणुरंजन भदौरिया।
सूत्र बताते हैं कि चंदेल का नाम लगभग फाइनल हो गया था। मेदांता अस्पातल में भर्ती होने के दौरान उन्हें देखने गए अन्य दावेदार डा.दिवाकर मिश्रा ने उन्हें बधाई देते हुए भाजपा का दुपट्टा भी गले में डाल दिया था। चंदेल के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने संपर्क साधा था। पार्टी का समर्थन की बात भी हुई थी। सूत्र तो यह तक बताते हैं कि चंदेल को प्रत्याशी बनाने पर भी लगभग फैसला हो चुका था। पर यह बदल दिया गया।
डा.दिवाकर मिश्रा का नाम भी गंभीरता से चला। पर आखिर में वेणु के नाम पर भाजपा की मुहर लगी। उधर भाजपा के प्रत्याशी के रूप में पहले से ही नामांकन भर चुके डा.दिवाकर मिश्रा से पूछा गया कि अब वह नामांकन वापस लेंगे तो उनका कहना था कि वह पार्टी अनुशासन से बंधे हैं, जैसा पार्टी का निर्णय होगा वही करेंगे। उन्होंने फिलहाल दिल्ली में डेरा डाल दिया है।
