Kanpur : Jhakarkati Bus Stand के बाहर खड़ी बसों से यातायात व्यवस्था ध्वस्त, पैदल चलना भी हुआ दुश्वार

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Published By Kanpur Digital
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कानपुर के झकरकटी बस अड्डे के पास हमेशा जाम लगा रहता।

कानपुर के झकरकटी बस अड्डे के के बाहर खड़ी बसों से यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। जिससे टाटमिल से झकरकटी पुल तक पहुंचना मुश्किल हो गया। इससे लोगों को पैदल चलना भी दुश्वार हो गया।

कानपुर, अमृत विचार। झकरकटी बस अड्डे के बाहर रोडवेज बसों की अराजकता चरम पर है। जीटी रोड पर दोनों ओर चौबीसों घंटे सड़क घेर कर खड़ी होने वाली बसों से चलते यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। हालात यह हैं कि झकरकटी पुल से टाटमिल चौराहे पर पहुंचने और वहां से झकरकटी जाने के लिए वाहन रेंगते हुए निकलते हैं। डीसीपी (ट्रैफिक) ने रोडवेज के आरएम के साथ बात कर समस्या को जल्द सुलझाने को कहा है। 

शहर को दो भागों में बांटने वाली जीटी रोड पर हमेशा लाखों वाहनों का दबाव रहता है। अफीम कोठी से झकरकटी पुल होते हुए उड़ान भरता हुआ यातायात पुल उतरते ही अटक जाता है। वहीं टाटमिल से झकरकटी पुल तक पहुंचने में वाहनसवारों के पसीने छूट जाते हैं। 

दोनों ओर दो-दो लेन पर बसों का कब्जा

झकरकटी पुल के नीचे और बस अड्डे के प्रवेश द्वार से गैंजेस होटल से पहले तक दोनो ओर बसें खड़ी रहतीं हैं। बस अड्डे के मुहाने पर भी बसें खड़ी होने की वजह से बाहर से आने वाली बसें प्रवेश नहीं कर पाती और ड्राईवर उनको सड़क पर ही खड़ा कर देता है। वहीं बस अड्डे से अन्य शहरों को जाने वाली बसें दूसरी ओर कब्जा जमाए रहती हैं। जिससे टाटमिल तक पहुंचना दूभर हो जाता है। 

रोजाना टाटमिल चौराहे तक लगता है जाम

ग्रीन सिग्नल होने पर रामादेवी और घंटाघर की ओर से आने वाले वाहन झकरकटी बस अड्डे से पहले ही फंस जाते हैं। बसों के खड़े होने से निकलने का स्थान ही नहीं मिलता। जिससे पीक आवर्स में अक्सर जाम लग जाता है।
 

रोजाना फंसतीं हैं एंबुलेंस

टाटमिल चौराहे के पास निजी अस्पताल है। वहीं रेलबाजार,शांति नगर,लोको से इलाज के लिए मरीजों को हैलट,कार्डियोलॉजी आदि अस्पतालों में ले जाने वाली एंबुलेंस अक्सर ही यहां पर फंस जाती है। शनिवार को भी यहां पर एंबुलेंस फंस गई थी। यातायात पुलिस की सख्ती दिखाने के बाद बस हटी और एंबुलेंस को आगे जाने दिया। 

यातायात पुलिस की नहीं सुनते रोडवेज बस ड्राईवर 

रोडवेज बसों ड्राईवर यहां पर बस के बगल में बस लगा कर सड़क को घेर लेते हैं। जिससे चार लेन की सड़क संकरी होकर बामुश्किल एक लेन की हो जाती है। वहीं प्रवेशद्वार से बस अड्डे के अंदर जाने  के लिए बसों के मुड़ने पर यातायात थम जाता है। यहां पर यातायात पुलिस के टीएसआई और कांस्टेबल तैनात हैं,लेकिन बेलगाम ड्राईवर उनकी की भी नहीं सुनते।

झकरकटी बस अड्डे के बाहर रोडवेज बसों की अराजकता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। इस मामले पर रोडवेज के आरएम से बात करेंगे। यदि सुधार न हुआ तो बसों का चालान तो किया ही जाएगा,क्रेन द्वारा उठाया भी जाएगा।- तेज स्वरूप सिंह,डीसीपी (ट्रैफिक)

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