असम: 2022 में असम में नहीं हुआ एक भी गेंडे का शिकार

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Published By Om Parkash chaubey
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गुवाहाटी। असम के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जी. पी. सिंह ने सोमवार को कहा कि 2022 में शिकारी एक भी गेंडे को मार पाने में कामयाब नहीं हो सके। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बयान का समर्थन करते हुए श्री सिंह ने ट्विटर पर लिखा,“ गैंडों के अवैध शिकार के खिलाफ हमारे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं।

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पिछले साल 2022 में असम में शिकारी एक भी गेंडे को मार पाने में कामयाब नहीं हो सके। ऐसी पिछली घटना 28 दिसंबर 2021 को गोलाघाट जिले के हिलकुंड, कोहरा में घटित हुई थी। अवैध शिकार के खिलाफ हमारे प्रयास जारी रहेंगे। ”

उल्लेखनीय है कि सरमा ने एक जनवरी यानी नये साल के पहले दिन विभिन्न प्रिंट, डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा था, “2022 एक ऐतिहासिक वर्ष था, शायद 25 साल बाद गेंडे के अवैध शिकार का एक भी मामला सामने नहीं आया, चाहे वह काजीरंगा, ओरंग, मानस या पोबितोरा राष्ट्रीय उद्यान हों।

गेंडों के अवैध शिकार के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है।” इस दौरान उन्होंने असम पुलिस और वन कर्मियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा की गई एक और प्रगतिशील पहल से राज्य में दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है, खासकर 31 दिसंबर और एक जनवरी को। पिछले वर्षों की तुलना में जहां सड़क दुर्घटनाओं में 50 लोगों की मौत की खबरें आती रही हैं, वहीं पिछले साल यह संख्या घटकर 15 रह गई।

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