पीलीभीत: कनाडा भेजने के नाम पर दो युवकों से 22 लाख रुपए ठगे
हरियाणा के जालसाज ने झांसा देकर की ठगी, कोविड प्रोटोकाल के नाम पर कई माह टरकाया
पीलीभीत, अमृत विचार। विदेश भेजने के नाम पर हरियाणा के रहने वाले जालसाज ने दो युवकों से 22 लाख रुपये ठग लिए। पहले कोरोना के नाम पर तो बाद में कई महीने तक अन्य बहाना बनाकर टालमटोल करता रहा। फिर रुपये लौटाने से ही इनकार कर दिया। एसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धाराओं में नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।
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शहर के मोहल्ला बाग गुलशेर खां के निवासी अनूप कुमार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उनकी फतेहगढ़ जिले के थाना मूल्लोपुर क्षेत्र के ग्राम हलोताली निवासी संदीप सिंह से मित्रता है। उसका अक्सर घर आना-जाना रहता है। अगस्त 2021 में संदीप पीलीभीत अया था।
उस वक्त उसके साथ हरियाणा के जिला पंचकुला के सन सिटी परिक्रमा सेक्टर 20 टाउन नंबर 11 के फ्लैट नंबर 303 का निवासी मनोज कुमार उर्फ मौजी पुत्र रतनलाल भी आया था। पीड़ित व उसके मित्र सतनाम सिंह को वर्क परमिट और बीजा दिलाकर कनाडा, न्यूजीलैंड व आस्ट्रेलिया भिजवाने की बात कही।
यह भी बताया कि वह कईयों को विदेश भिजवा चुका है और वह अच्छी कमाई कर रहे हैं। कुछ समय विचार करने के बाद पीड़ित अनूप कुमार और मित्र सतनाम सिंह ने कनाडा भिजवाने के लिए बात की। इस पर मनोज ने प्रति व्यक्ति 11-11 लाख रुपये का खर्च बताया। चूंकि दोनों पीड़ित आर्थिक हालात सुधारना चाहते थे तो हामी भर दी।
सतनाम सिंह के एकता नगर कालोनी स्थित आवास पर दोनों ने आरोपी मनोज कुमार उर्फ मौजी को तय रकम दे दी। तीन माह के भीतर कागजात आदि तैयार कर कनाडा भिजवाने का भरोसा दिलाया। उसके बाद आरोपी वापस हरियाणा चला गया। काफी समय बीतने के बाद भी न तो कोई बीजा मिला न ही कोई जानकारी मिली। आरोपी का मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ बताने लगा।
इसके बाद पीड़ित हरियाणा गए और आरोपी से बात की। उस वक्त यह कहकर टाल दिया कि कनाडा में कोविड प्रोटोकाल चल रहा है। इसलिए कम से कम छह माह और इंतजार करना पड़ेगा। छह बाद तक पीड़ित शांत रहे और उसके बाद भी जब कोई सुध नहीं ली गई तो ठगी का एहसास हुआ। मई 2022 में अपने मित्र संदीप को आरोपी के पास भेजा गया और रुपये लौटाने के लिए बातचीत शुरू की गई। फिर दो तीन माह रुकने की बात कहते हुए टालमटोल कर दी गई।
यह भी कहा कि अगर कनाडा नहीं भिजवाया तो अनूप और सतनाम के रुपये वापस कर देगा। मगर, उसके बाद भी न तो रुपये लौटाए गए और न ही विदेश भिजवाया। 28 अक्टूबर को शिकायत कोतवाली में की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद अब एसपी के आदेश पर मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
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