बहराइच : वजन फीडिंग समीक्षा में फिसड्डी मिले तीन ब्लॉक, डीएम बिफरे
31 दिसम्बर तक 90 फीसदी फीडिंग न होने पर सीडीपीओ को मिलेगी प्रतिकूल प्रविष्टि
अमृत विचार, बहराइच। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति-कन्वर्जन्स समिति की बैठक देर शाम जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पोषण ट्रैकर एप पर बच्चों की वज़न फीडिंग समीक्षा के दौरान विकास खण्ड चित्तौरा, मिहींपुरवा व तेजवापुर में मानक से कम फीडिंग पाए जाने पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए 31 दिसम्बर तक 90 प्रतिशत फीडिंग पूर्ण न होने पर तीनों ब्लॉक के सीडीपीओं को प्रतिकूल प्रविष्टि से दण्डित करने के निर्देश दिए।
समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अन्य सभी सभी को सचेत किया कि फीडिंग कार्य को मानक के अनुसार कराएं अन्यथा कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएम ने निर्देश दिया कि पोषण ट्रैकर एप पर फीडिंग शत प्रतिशत कराये तथा प्रतिदिन पोर्टल की समीक्षा भी करे। बैठक में डीएम को बताया गया कि मिहींपुरवा में किसी सीडीपीओ की तैनाती न होने पर मुख्य सेविका द्वारा प्रभारी सीडीपीओ के दायित्व का निर्वहन किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में डीएम डॉ. चन्द्र ने अतिमहत्वपूर्ण ब्लाक में सीडीपीओ की तैनाती कराने केनिर्देश दिए।
डीपीओ राज कपूर ने बताया कि बीते माह जून में 179 ऑगनबाडी केन्द्रों को आदर्श आगनबाड़ी केन्द्र बनाने के लिए 15 जनप्रतिनिधियों व 45 जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा चिन्हित 468 सैम व 810 मैम बच्चों को गोद दिया गया था। इन केन्द्रों पर सभी बच्चे सामान्य श्रेणी में आ गये है।
श्री कपूर ने ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर टीएचआर यूनिट से पुष्टाहार खाद्यान्न आपूर्ति में आ रही समस्या की जानकारी दी। इस पर डीएम ने उपायुक्त एनआरएलएम को पत्र भेजने का निर्देश दिया। जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र पर ब्लाक जरवल, कैसरगंज, रिसिया, तेजवापुर, मिहींपुरवा व नगर से कोई भी कुपोषित बच्चा न भेजने पर डीएम ने नाराज़गी जताई।
इस सम्बन्ध में डीपीओ ने बताया कि एनआरसी पर बेड उपलब्ध न होने के कारण ब्लाको से बच्चों को शिफ्ट नहीं कराया जा रहा है। डीएम ने सीएमएस को निर्देश दिया कि तत्काल एनआरसी में बेडों की संख्या बढ़ाए। पोषण ट्रैकर एप पर अच्छा कार्य करने वाली 2062 कार्यकत्रियों को प्रोत्साहन धनराशि भेजने पर भी मुहर लगी।
बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह, जिला विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार पाण्डेय, सीवीओ डॉ. आर.एस. वर्मा, राजस्व ग्राम गोद लेने वाले अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, डी.टी.एम., पीरामल स्वास्थ्य, जिला विशेषज्ञ कम्यूनिटी आउटरीच यू.पी.टी.एस.यू. आदि उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें:-बहराइच : घर से 60 किलोमीटर दूर आत्महत्या करने गए युवक को पुलिस ने पकड़ा